राजसमंद जिले में उपली ओडन स्थित नाथद्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में श्रीनाथजी एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन डॉ. केबी शुक्ला ने कहा कि तेजी से बदलते विश्व में जहां वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति समाज को नया आकार दे रही हैं। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का वार्षिक उत्सव कई कारणों से अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है। युवा सकारात्मक सोच के साथ विज्ञान एवं तकनीकी क्षैत्र में आगे बढ़े।
उन्होने युवाओं को वैज्ञानिक गतिविधियों में शामिल होने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में करियर पर जोर देने के लिए प्रोत्साहित किया। युवा तकनीकी एवं प्रौद्योगिक के क्षेत्र में रिसर्च एवं डवलपमेन्ट कर कार्य कर सकते हैं। विज्ञान एवं तकनीक में अपने अन्दर की जिज्ञासा को शामिल कर नई खोज को विकसित करें। साथ ही प्राचीन ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ समन्वय स्थापित किया जा सकता है। कार्यक्रम में प्राचार्या डॉ. रंजना शर्मा ने भी विचार रखें। प्रारम्भ में अतिथियो का स्वागत संस्थान के निदेशक दीपेश पारीख ने किया। इस अवसर संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसका अवलोकन सभी अतिथियों ने किया। साथ ही प्रदर्शनी के अव्वल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में संस्थान के व्याख्याता एवं प्रतिभागी विद्यार्थी मौजूद थे।
पारीख बोले- विज्ञान की वजह से संभव भी हुआ संभव
निदेशक दीपेश पारीख ने कहा की विज्ञान और नई नई तकनीकों की खोज से मनुष्य ने अपने जीवन को आसान बना लिया है। विज्ञान की मदद से असंभव लगने वाली चीजें भी संभव हो गई हैं जैसे कि आज मनुष्य मंगल ग्रह, चाँद, अंतरिक्ष तक पहुंच चुका है। रोबोट, कंप्यूटर, मोबाइल आदि के आविष्कार से बहुत से जटिल काम सुगम हो गए हैं। यही वजह है कि आज विज्ञान हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता है। यह दिन युवाओं को विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भी प्रेरित करता है। यह दिन इस बात का भी प्रतीक है कि विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाकर कर देश के युवा देश और समाज के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं।