वन विभाग व अरण्य संस्थान की ओर से वृक्षारोपण कार्यक्रम
राजसमंद। अरण्य संस्थान और वन विभाग की तरफ से विश्व पर्यावरण दिवस पर गणेश टेकरी के पास की पहाड़ी पर पौधरोपण कार्यक्रम हुआ। वर्चुअल कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि आज के समय में सबसे अधिक अगर किसी चीज की जरूरत है तो वह वृक्षारोपण की। इसे जन आंदोलन के रूप में चलाना चाहिए।
उन्होंने पंचायत समितियों, स्कूल आदि में भी पौधे लगाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में पौधरोपण भी किया गया। डॉ. जोशी ने सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि संस्थान जिला प्रशासन, मंदिर मंडल, नगर पालिका, व्यापार मंडल, स्वयंसेवी संस्था और आम लोगों को साथ लेकर वृक्षारोपण को एक जन आंदोलन के रूप में खड़ा करें। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि संस्थान द्वारा किए जा रहे वृक्षारोपण के लिए वन विभाग का तकनीकी मार्गदर्शन आवश्यक है। यहां पर सभी प्रकार के वृक्ष लगे और सबसे बड़ी आवश्यकता इस बात की है कि संस्थान उनका संरक्षण एवं संवर्धन सभी को साथ लेकर करें।
वहीं अरण्य संस्थान के अध्यक्ष परेश सोनी ने अपना संकल्प दोहराते हुए कहा कि यह काम हमें एक साल पहले शुरू करना चाहिए था, इसके बावजूद डॉ. सीपी जोशी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में यहां पर दस हजार वृक्ष लगाने के लक्ष्य को पूरा कर करेंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि उप वन संरक्षक फतेहसिंह राठौड़ ने वृक्षारोपण कैसे करें, उसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत की भावनाओं के अनुसार इस वर्ष दस लाख औषधीय पौधे विकसित कर उन्हें आम लोगों में वितरित करेंगे। कार्यक्रम में डॉ. सीपी जोशी की ओर से जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल एवं अरण्य संस्थान के अध्यक्ष परेश सोनी ने कदम और पीपल का वृक्ष लगाया।
नाथद्वारा के गणेश टेकरी के समीप वन विभाग की 20 सेक्टर पहाडी भूमि पर विगत एक माह में अरण्य संस्थान की ओर से व्यापक स्तर पर खरपतवार अग्रेंजी बबूल, लेन्टेना जैसी झाडियों को हटाने और पेड़ों के लिए गड्ढे बनाए गए हैं साथ ही पौंधो के अनुकुल उनमें उपजाऊ मिट्टी एवं प्राकृतिक उर्वरक के साथ दीमक रोधी दवा के साथ भरा गया है।