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शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी

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योगा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। योग और उसके महत्व को समझते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी, तब से हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है। लंबी उम्र के लिए योग करना बेहद जरूरी है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया।

कोरोना की वजह से घरों में बंद रहने का स्ट्रेस हो या फिर बढ़ती बेरोजगारी का, योग सभी तरह के स्ट्रेस कम करने में आपकी मदद करता है। एक अच्छी बात है कि योग के लिए किसी एक्सपीरियंस या किसी विशेष जगह की जरूरत नहीं है। आप इसे कहीं भी कर सकते हैं।
5 मिनट की रिलैक्सिंग योग प्रैक्टिस
इससे सिर्फ 5 मिनट में ही आपका दिमाग शांत हो जाएगा और बॉडी पूरी तरह रिलैक्स महसूस करेगी। आपके पास योगा मैट है तो अच्छा है, अगर नहीं है तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप योगा मैट की जगह टॉवल या फिर जमीन पर बैठ कर भी कर सकते हैं। एक आरामदायक जगह खोजें जहां आप केवल पांच मिनट के लिए अकेले बैठ सकें, कोई डिस्टर्ब न करे। अगर आपकी बॉडी योगा ब्लॉक या मेडिटेशन कुशन के साथ ज्यादा कम्फर्टेबल हो तो वो भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर हो सके तो योग के लिए कोई ऐसी जगह चुनें जो आपको नेचर के करीब ले जाती हो जैसे गार्डन या बालकनी। नेचुरल साउंड और खुली हवा के बीच योग करने से आपका दिमाग बहुत जल्दी रिलैक्स हो जाता है और पॉजिटिव एनर्जी मिलती है।

माइंड फुलनेस के बाद योग की बारी
योग के सभी आसनों को करते वक्त अपने बारे में सोचें। सेल्फ केयर और सेल्फ रिस्पेक्ट के बारे में सोचें। हर मोमेंट को अच्छी तरह एक्सपीरियंस करें। इससे आपका स्ट्रेस दूर होगा। क्रॉस लेग कर के कम्फर्टेबल पोजीशन में बैठें। पैरों को आराम दें और अपनी सांसों के बारे में सोचें। कुछ मिनट के लिए अपनी बॉडी में सेंसेशन को फील करें। अपने सिर को अपनी छाती की ओर आने दें। फिर धीरे-धीरे अपने सिर को हवा में सर्कल बनाते हुए गोल घुमाएं। तीन बार दाईं ओर और फिर तीन बार बाईं ओर घुमाएं। ऐसा करते वक्त हर उस बात को भूलने की कोशिश करें जो आपको परेशान करती है। आसान मुद्रा में लौटें और अपने सिर को ऊपर उठाएं। हाथ को घुटने पर रखें और दोनों कंधों को चार बार आगे की तरफ और चार बार पीछे की तरफ घुमाएं। सांस छोड़ते हुए दोनों हाथ छाती के करीब लाकर नमस्ते की मुद्रा में रखें।


अधोमुख श्वानासन
सांस खींचते हुए अपने पैरों और हाथों के बल शरीर को उठाएं और टेबल जैसी आकृति बनाएं। सांस को बाहर निकालते हुए धीरे-धीरे हिप्स को ऊपर की तरफ उठाएं। अपनी कोहनियों और घुटनों को सख्त बनाए रखें। ये तय करें कि शरीर उल्टे ट के आकार में आ जाए। इस आसन के अभ्यास के दौरान कंधे और हाथ एक सीध में रहें। जबकि पैर हिप्स की सीध में रहेंगे।
इस बात का ध्यान रहे कि आपके टखने बाहर की तरफ रहेंगे। अब हाथों को नीचे जमीन की तरफ दबाएं और गर्दन को लंबा खींचने की कोशिश करें। आपके कान आपके हाथों के भीतरी हिस्से को छूते रहें और अपनी निगाह को नाभि पर केन्द्रित करने की कोशिश करें। इसी स्थिति में कुछ सेकेंड्स तक रुकें और उसके बाद घुटने जमीन पर टिका दें और मेज जैसी स्थिति में? फिर से वापस आ जाएं।

उत्तानासन
सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथ हिप्स पर रख लें। सांस को भीतर खींचते हुए घुटनों को मुलायम बनाएं। कमर को मोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें। हिप्स और टेलबोन को हल्का सा पीछे की ओर ले जाएं। धीरे-धीरे हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं और दबाव ऊपरी जांघों पर आने लगेगा। अपने हाथों से टखने को पीछे की ओर से पकड़ें। छाती आपके पैरों से टच होगी। सीने की हड्डियों और प्यूबिस के बीच चौड़ा स्पेस रहेगा। जांघों को भीतर की तरफ दबाएं और शरीर को एड़ी के बल स्थिर बनाए रखें। सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और टांगों के बीच से झांककर देखते रहें। इसी स्थिति में 15.30 सेकेंड तक स्थिर बने रहें। जब आप इस स्थिति को छोडऩा चाहें तो पेट और नीचे के अंगों को सिकोड़ें। सांस को भीतर की ओर खींचें और हाथों को हिप्स पर रखें। धीरे.धीरे ऊपर की तरफ उठें और सामान्य होकर खड़े हो जाएं।

ताड़ासन
सीधे खड़े हो जाएं और पैरों के बीच कुछ दूरी रखें। दोनों हाथों को अपने शरीर के पास और सीधा रखें। अब गहरी सांस लेते हुए अपनी दोनों बाजुओं को सिर के ऊपर उठाएं और अपनी उंगलियों को आपस में बांध लें। हाथों को सीधा रखें और स्ट्रेच करें। अपनी एड़ी उठाते हुए अपने पैर की उंगलियों पर खड़े हो जाएं। इस दौरान आपके शरीर में पैरों से लेकर हाथों की उंगलियों तक स्ट्रेच महसूस होना चाहिए। 10 सेकेंड के लिए इस स्थिति में रहें और सांस लेते रहें। अब सांस छोड़ते हुए अपनी शुरुआती अवस्था में आ जाएं। इस आसन को 10 बार दोहराएं।

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