लड़की को भगाने के आरोप में एक नाबालिग लड़के को पहले जंजीरों से जकड़ा फिर उसे सजा के तौर पर उसे महिलाओं की चूडिय़ा पहनाई और महिलाओं के कपड़े भी पहना दिए। इसके बाद इसका विडियों वायरल किया तो परिजनों को इसका पता चला। इसके बाद परिजनों ने थाने में शिकायत की तो पुलिस ने तलाश शुरू कर दी। वह लड़का खाटूश्यामजी में मिल गया।
यह मामला राजस्थान के सीकर जिले का है। थानाधिकारी बृजेश सिंह तंवर ने बताया कि सांगरियां में प्याज खोदने का काम करने वाले युवक ने बताया कि 2 जून उसके छोटे भाई को कुछ लोग किशोरपुरा की ढ़ाणी पाटन में ले गए थे। उनमें से एक युवक सांवरमल का फोन आया कि तेरा भाई समाज की एक लड़की को भगा ले गया था। उसे पकड़ रखा है। बदले में 90 हजार रुपए मांगे।
इस पर पीडि़त ने कहा कि गलती की है तो पुलिस में दे दो। 7 जून को सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो का लिंक डाला गया। देखा तो पीडि़त के छोटे भाई को कुछ लोगों ने जंजीरों से जकड़ा हुआ था। इसके बाद चर्चा करते हुए वे लोग उसे सजा देने के तौर पर महिलाओं के कपड़े पहनने के लिए दे रहे थे। उसका मेकअप करके उसका वीडियो बना रहे थे। उसके माथे पर दागने के निशान भी हैं। इस पर पाटन पुलिस ने पीडि़त नाबालिग को तलाशा। जो 8 जून को खाटूश्यामजी में मिला।
पीडि़त ने 20 आरोपियों की पहचान की
पीडि़त ने शिकायत में वीडियो में नजर आने वाले लोगों को पहचानते हुए सांवरमल पुत्र सोमनाथ भोपा, दिलीप पुत्र ओमप्रकाश, सुनील पुत्र गुलाब व हरी पुत्र सांवरमल सहित 20 लोगों पहचाना है। वीडियो पहाड़ी के पास सांवरमल के घर के बाहर बनाया गया है। पीडि़त जब थाने पहुंचा पुलिस ने भी वायरल वीडियो के बारे में पूछताछ के लिए सांवरमल और सुनील को बिठा रखा था। नायक भोपा समाज के प्रदेशाध्यक्ष राजाराम नायक और घुमंतू जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रामवतार लोरा ने घटना को शर्मनाक बताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। उनका कहना है कि समाज में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।