युवक ने उसकी प्रेमिका से प्रेम प्रसंग के शक में एक दुकानदार को अगवा कर लिया। इसके बाद 1.5 लाख रुपए की फिरौती मांगी। दुकानदार की मां की सूचना पर पुलिस की सर्विलांस सेल और क्राइम ब्रांच टीम मामले में जुट गई। पुलिस ने 12 घंटे में दुकानदार को छुड़वा दिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। करीब 12 घंटे बाद सोमवार शाम दुकानदार को पुलिस ने सकुशल किडनैपर के चंगुल से आजाद कराया। घटना को अंजाम देने वाला दिल्ली निवासी किडनैपर व उसका साथी पुलिस की गिरफ्त में है।
मामला इंदिरानगर सेक्टर-14 का है। यहां के निवासी रोशन सिंह की घर के पास ही बिजली की दुकान है। दिल्ली के नेमसराज निवासी गौरव आहूजा उनका पूर्व परिचित हैं। बीते 1 अगस्त को गौरव की प्रेमिका रोशन के घर पहुंची। इस बीच गौरव अपने दोस्त गोंडा निवासी अखंड प्रताप सिंह के साथ कार से रोशन के घर पहुंच गया। रोशन और प्रेमिका को एक साथ देखकर गौरव ने नाराजगी जताई। इसके बाद गौरव ने दोस्त अखंड प्रताप सिंह के साथ मिलकर रोशन को जमकर पीटा। दोनों रोशन को कार में डाल कर भाग गए। देर रात रोशन की मां राधा के पास गौरव ने फोन किया और उसे सलामत छोडऩे के लिए 1.5 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
12 घंटे बाद किडनैपर के चंगुल से आजाद हुआ
डीसीपी उत्तरी देवेश कुमार पांडेय के मुताबिक, बिजली दुकानदार की मां राधा से अपहरण व फिरौती की मांग की सूचना मिली। गाजीपुर पुलिस आनन-फानन मौके पर पहुंची। तत्काल सर्विलांस सेल समेत क्राइम ब्रांच की टीमें लगा दी गई। लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने सोमवार देर शाम चिनहट इलाके से अखंड और गौरव को गिरफ्तार कर रोशन को भी बरामद कर लिया। आरोपितों को जेल भेज दिया गया। घटना में प्रयुक्त कार गौरव के दोस्त संदीप की है।