राजसमंद में जिला परिषद सभागार में मंगलवार को जिला प्रमुख रतनीदेवी चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित साधारण सभा की बैठक में सदस्यों के साथ विधायक भी विभागीय अफसरों के प्रति काफी नाराजगी दिखे, तो कुछ सदस्यों ने अफसरों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए। सदन में बार बार मुद्दा उठाने के बावजूद समाधान नहीं होने से सदस्यों के साथ राजसमंद विधायक दीप्ति भी नाराज दिखी। फिर पहले सीईओ राहुल जैन व जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल ने भी अफसरों को चेतावनी कि तय समयावधि में कार्य पूरा करें। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। विधायकों ने प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने की बात याद दिलाते हुए अफसरों को अपनी कार्यशैली में सुधार करते हुए जनहित के कार्यों को तय समयावधि में पूरे करने के निर्देश दिए।
जिला परिषद साधारण सभा की बैठक ठीक 12 बजे शुरू हुई। बैठक के प्रारंभ में नवनिर्वाचित विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़, विश्वराज सिंह मेवाड़, हरिसिंह रावत व दीप्ति माहेश्वरी को जिला प्रमुख रतनीदेवी चौधरी द्वारा स्वागत किया गया। फिर सीईओ राहुल जैन ने गत बैठक का प्रतिवेदन सदन में रखते हुए विभागवार चर्चा प्रारंभ की गई। सबसे पहले जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की चर्चा शुरू हुई, जिसमें 2 साल पहले गांवों में पेयजल का सप्लाई करने वाले टैंकर संचालकों को भुगतान नहीं होने पर राजसमंद प्रधान अरविंदसिंह राठौड़ ने मुद्दा उठाया, जिसका विधायक दीप्ति माहेश्वरी, लेहरूलाल अहीर, रेलमगरा प्रधान आदित्यप्रतापसिंह चौहान ने भी समर्थन करते हुए आक्रोश जताया। जब सदन में सदस्य काफी नाराज हो गए, मगर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी कुछ भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए और बजट नहीं होने की बात कहते रहे। इस पर विधायकों ने कहा कि अगर बजट नहीं है और सरकार स्तर का कोई ईश्यु आ रहा हो, तो जिला कलक्टर के माध्यम से या हमें अवगत करावे, ताकि उसके लिए अगर सरकार स्तर पर कोई प्रयास करने की जरूरत हो, तो किए जाएं। इस पर जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल ने कहा कि कोषालय में बिल सबमिट करने के बाद जो भुगतान रूका हुआ है, तो उसके लिए सरकार स्तर से वार्ता चल रही है और जल्द भुगतान के प्रयास है। साथ ही जिन जिन पंचायतों से अब तक टैंकर से पानी सप्लाई के बिल ही प्रस्तुत नहीं हुए हैं, वे भी जल्द से जल्द बिल सबमिट करने के लिए पीएचईडी एसई को निर्देश दिए।
विधायक- प्रधान व सदस्य आपस में भिड़े
सदन में रेलमगरा क्षेत्र के कोटड़ी, काबरा व आस पास के गांवों में पेयजल की समस्या को लेकर विधायक दीप्ति, रेलमगरा प्रधान आदित्यप्रतापसिंह, जिला परिषद सदस्य लेहरूलाल अहीर, नरेंद्र बागड़ी, समुद्रसिंह आपस में उलझ गए। भाजपा व कांग्रेस समर्थित सदस्य आपस में उलझने लग गए, जिसमें भाजपा व कांग्रेस के वोट व राजनीति की बातें भी हुई। ज्यादा हंगामा होने पर जिला प्रमुख रतनीदेवी ने भी समझाइश करते हुए एक एक सदस्य को तसल्ली से बोलने के लिए कहा। फिर पहले विधायक दीप्ति बोली, फिर प्रधान आदित्यप्रताप ने अपनी बात रखी। हालांकि विधायक, प्रधान व सदस्यों का मुद्दा यही था कि पेयजल की समस्या का समाधान क्यों नहीं हो पा रहा है। इतने वर्षों से कार्य अटका पड़ा। हिन्दुस्तान जिंक से पेयजल प्रबंध की सुविधा भी नहीं होने पर आक्रोश जताया। फिर यह तय हुआ कि हिन्दुस्तान जिंक, पीएचईडी के साथ सभी जनप्रतिनिधियों की एक बैठक रेलमगरा में रखने के लिए कहा, ताकि उसका समाधान हो सकें।
भीम विधायक बोले- 500 रुपए दो तो नरेगा में रोजगार
जिला परिषद की बैठक में विधायक हरिसिंह रावत ने कहा कि नरेगा में कई मेट चार चार से लगातार काम कर रहे हैं और ग्रामीणों को नरेगा में रोजगार पाना है, तो 500- 500 रुपए देने पड़ते हैं। इसमें रोजगार सहायक से लेकर जेटीए पर हफ्ता वसूली करने के आरोप लगाए। विधायक बोले कि क्या हफ्ता वसूली आप तक भी पहुंच रही है। विधायक बोले कि जेटीए अमित व श्यामलाल की इतनी मनमर्जी है कि एमपी, एमएलए, सीईओ व कलक्टर किसी की नहीं चलेगी और न सुनेंगे। वह अपना गुंडाराज चला रहा है। विधायक ने जेटीए को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। इस पर सीईओ राहुल जैन ने कहा कि 10 तारीख तक सभी जेटीए को हटाकर अदला बदली कर दी जाएगी।
डॉक्टरों की वसूली, मरीज को घर बुलाने की शिकायतें
विधायक रावत ने कहा कि भीम उप जिला चिकित्सालय में जांचे नहीं हो रही है, तो डॉक्टर बाहर की दवाइयां लिखते हैं तो जांचे भी बाहर से करवाते हैं। इस कारण लोग परेशान हो रहे हैं। इस पर सीएमएचओ डॉ. प्रकाशचंद्र शर्मा बोले कि यह उनके अधीन नहीं है, डिप्टी डायरेक्टर उदयपुर के अधीन है। सीएमएचओ बोले कि इस की जांच कमेटी गठित हुई है और जल्द जांच करवाएंगे। सदस्य लेहरूलाल अहीर बोले कि जिला अस्पताल में डॉक्टर ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। मरीज को डॉक्टर घर पर बुलाते हैं और बाहर से जांचें करवाते हैं। सभी डॉक्टरों पर अवैध राशि वसूलने के आरोप लगाए। साथ ही महिला कंकूदेवी की मौत के मामले की जांच में लीपापोती के आरोप लगाए। अहीर के आरोप के बाद सीईओ ने प्रकरण की दोबारा जांच करने और प्रार्थी के बयान लेकर दोबारा जांच करने के निर्देश दिए। पीएमओ डॉ. रमेश ने जांच की स्थिति बताई।
अधूरी, घटिया सड़कों के निर्माण को लेकर सदस्य नाराज
शहर से लेकर गांव- ढाणियों में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनी सड़कों की उखड़ने, घटिया निर्माण के आरोप को लेकर जिला परिषद सदस्य से लेकर विधायक भी काफी नाराज दिखाई दिए। अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अधिकारियों के प्रति सभी सदस्यों ने नाराजगी जताई। कुछ अधूरी सड़कों को लेकर सवाल उठाए, तो अधिकारी बोले कि बजट का अभाव है और बजट मिलने के बाद ही सड़कें पूरी बन सकती है। इस तरह जिला परिषद सदस्यों व विधायकों ने पंचायतीराज महकमे के अफसरों के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
लंबित कार्यों को लेकर कलक्टर- सीईओ ने भी चेताया
जिला प्रमुख ने सभी विधायकगण एवं जिला कलक्टर का साफा पहना कर स्वागत किया। साधारण सभा की बैठक में पेयजल, बिजली, सिंचाई, सड़क निर्माण, टैंकर्स के बिल भुगतान, पाइप लाइन बिछाने के बाद क्षतिग्रस्त सड़क के निर्माण, विकास कार्यों आदि संबंधी मुद्दे आए। जल जीवन मिशन के लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने हेतु सदस्यों द्वारा अधिकारियों से चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल और जिला परिषद सीईओ राहुल जैन ने भी सदस्यों की मंशा अनुरूप निर्धारित समयावधि में लंबित कार्यों को पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन सदस्यों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित समस्याएं उठाई गई है उन क्षेत्रों में जाकर समस्याओं का समाधान करें और इस दौरान संबंधित सदस्य को भी पूर्व में सूचित करें। जिला परिषद सीईओ राहुल जैन ने निर्देश दिए कि सभी पंचायत समितियों के विकास अधिकारी अपने सभी सरपंचों से बात कर ऐसे गांवों की सूची बनाएं जहां ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की समस्या गहरा सकती है। बैठक में गत बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालना प्रतिवेदन पर बिंदुवार चर्चा की गई। साथ ही मनरेगा योजना अंतर्गत वार्षिक कार्य योजना वर्ष 2024-25 पर चर्चा एवं अनुमोदन की कार्यवाही हुई।