कुंवारिया में एक आठ साल की मासूम बच्ची बिस्किट लेने दुकान पर जा रही थी तभी एक कुत्ते ने हमला कर उसके सिर को नोंच डाला। बच्ची के चिल्लाने पर दुकानदार व अन्य लोग दौड़े और बच्ची को कुत्ते के चगुंल से छुड़ाया। गंभीर हालत में परिजन कुंवारिया सीएचसी ले गए जहां उपचार के बाद जिला अस्पताली भर्ती कराया। हालात ज्यादा गंभीर होने पर उसे उदयपुर रेफर कर दिया।
बच्ची के पिता मुंबई में फर्नीचर का काम करते हैं। 3 महीने से वह गांव में ही रह रहे थे। सोमवार शाम को भाई बहन बिस्किट के लिए लड़ने लगे तो पिता ने बच्ची को 10 रुपए देकर बिस्किट लेने भेजा था। बच्ची उसके अंकल के लड़के के साथ बिस्किट लेने शाम साढ़े 6 बजे घर से निकली थी। घर से 100 मीटर की दूरी पर ही दुकान थी। आधे रास्ते में पागल कुत्ते ने बच्ची पर पीछे से हमला कर दिया। बच्ची चिल्लाकर भागी तो कुत्ते ने सिर में झपट्टा मारा। इससे बच्ची नाली में गिर गई फिर भी कुत्ते नहीं उसे नहीं छोड़ा और उसका सिर बुरी तरह से नोंच डाला।
कुत्ते के हमले से पास में खेल रहे डर से चिल्लाने लगे। आवाज सुन बच्ची के पिता और पड़ोसी डंडा लेकर दौड़े तब जाकर वह भागा। कुत्ते से बच्ची को छुड़ाकर परिजन उसे कुंवारिया पीएचसी ले गए। यहां प्राथमिक इलाज के बाद बच्ची को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बच्ची का इलाज शुरू किया गया। सर्जन को फोन कर बुलाया गया। बच्ची के सिर में ज्यादा चोट होने के कारण 20 टांके लगाए गए। रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया। गंभीर हालत देखते हुए बच्ची को उदयपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है। यही नहीं, पागल कुत्ते के काटने पर लगाया जाने वाला इंजेक्शन इम्युनोग्लोबुलिन न तो राजसमंद में मिला और न ही उदयपुर में। परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल से इंजेक्शन का इंतजाम किया।