हत्या के आरोप में जेल में बंद बेटे, बेटी व पत्नी को छुड़वाने के नाम पर धोखाधड़ी कर एक वृद्ध की साढे़ 25 बीघा जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। राजनगर थाना क्षेत्र के पुठोल पंचायत के उमरियाें की भागल में 6 साल पहले हुई हत्या के आराेपियाें की जमानत करवाने के नाम पर धोखाधडी कर वृद्ध की साढ़े 25 बीघा जमीन की रजिस्ट्री करवा हड़पने वाले भू-माफिया गिराेह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। आराेपियाें के और भी कई प्रकरण हाेने की संभावना के चलते पुलिस सख्ती से पुछताछ कर रही हैं।
राजनगर थाना प्रभारी डाॅ हनुवंतसिंह राजपुराेहित ने बताया कि धोखे से जमीन हड़पने के मामले में पीपली आचार्यान कांकराेली निवासी लालुराम 52 पुत्र उदयराम भील, मोलेला खमनोर निवासी किशनलाल 57 पुत्र कुशाल भील, वेणा खेडा राज्यावास कांकरोली निवासी दिलीप 30 पुत्र मोहनलाल खाराेल, मौखमपुरा थाना केलवा हाल वेणाखेडा राज्यावास निवासी वेणीराम 45 पुत्र तुलसीराम भील, भील बस्ती गच्छालों का गुडा सुंदरचा निवासी राजुलाल 32 पुत्र नानालाल भील, आजाद नगर जलचक्की कांकरोली निवासी राजेश 30 पुत्र शंकरलाल खटीक, कब्रिस्तान के पास संतोषीनगर कांकरोली हाल हाउसिंग बोर्ड थाना कांकरोली निवासी नवीन 32 पुत्र मुरलीधर गौरवा काे धाेखाधड़ी कर फर्जी आदमी काे खड़ा कर जमीन की रजिस्ट्री करवाने के आराेप में गिरफ्तार किया। आराेपी दिलीप खारौल के विरूद्ध पूर्व में मारपीट व आपराधिक अतिचार के दो प्रकरण व वेणीराम भील पर चोरी का प्रकरण दर्ज हैं। वहीं बडलिया थाना कांकरोली निवासी फरार आराेपी शंकरलाल 41 पुत्र पेमा भील की तलाश जारी हैं। आराेपियाें ने हत्या के प्रकरण में जेल गए आराेपियाें की जमानत करवाने के नाम पर वरदा भील की जमीन काे धोखाधडी पूर्वक रजिस्ट्री करवा बेचान कर दी। सभी आराेपियाें काे न्यायालय में पेश किया जहां से मंगलवार तक पुलिस रिमाण्ड पर हैं।
वृद्ध वरदा के अनपढ़ होने का फायदा उठाया
मुख्य आराेपी दिलीप खारौल ने वरदा भील के अनपढ़ होने व परिवार के विगत 6 वर्ष से जेल में होनेे से अकेला होने का फायदा उठाकर बेटे, बेटी व पत्नि की जमानत करवाने के नाम पर योजनाबद्ध तरीके से धोखाधडी पूर्वक डरा धमकाकर वरदा भील की 25.5 बीघा जमीन की फर्जी रजिस्ट्री लालुराम भील, किशनलाल भील, नानालाल भील के नाम करवा दी। जमीन के पैसे जमा करवाने के लिए वरदा भील को बैक ऑफ इण्डिया में पुराना खाता होते हुए नया बैंक खाता दी राजसमंद अरबन कॉपरेटिव बैंक में खुलवाकर केवल 5 लाख रूपए को बार-बार वदरा भील व जमीन के डमी क्रेता अाराेपी लालुराम भील, किशनलाल भील, नानालाल भील के बैंक खातों में जमा निकासी करवाकर साढ़े 21 लाख रूपयों की लीगल ऐन्ट्री करवा जमीन को हड़प लिया जबकि प्रार्थी को एक भी रूपए का भुगतान नहीं किया।
हत्या के मामले में वरदा का परिवार जेल में बंद
राजनगर थाना क्षेत्र के पुठोल के उमरियो की भागल में 16 जुन 2017 को भोलीराम पुत्र परथा भील ने भाई मृतक कालु भील पुत्र कंवरा भील के साथ आराेपियाें ने हमसलाह होकर मारपीट कर हत्या करने पर धारा 147, 148, 149, 341, 323 व 302 में दर्ज कर बाद अनुसंधान कर प्रकरण में वरदा भील के बेटे रोशनलाल व शंकरलाल, नारायणलाल, बेटी लीला, लक्ष्मी व पत्नि रूक्मणी के विरूद्ध अपराध प्रमाणित मान चार्जशीट न्यायालय में पेश की गई।
भू-माफिया गिराेह का सरगना है दिलीप खाराेल
पुलिस जांच में आया कि भूमाफिया गिराेह का मुख्य सरगना राज्यावास निवासी दिलीप खारौल है जिसने प्रकरण में वरदाराम भील के परिवार से बेटे, बेटी व पत्नि मर्डर के मुकदमें में विगत 6 वर्ष से जेल में होने से, अकेला होने एवं अनपढ़ होने से दिलीप खारौल ने बंजारो की बस्ती झोर रोड, कुंवारिया स्थित 25.5 बीघा कृषि भूमि को धोखाधडी पूर्वक फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवा बेचान करने के टारगेट के रूप में पहचान कर योजनाबद्ध तरीके से काम शुरू किया।
आरोपियों ने ऐसे की धोखाधड़ी
पुठाेल निवासी वरदा पुत्र कन्ना भील ने एसपी कार्यालय में 2 मार्च को परिवाद पेशकर 25.5 बीघा जमीन की धोखाधड़ी व जालसाजी करके हड़पने का आराेप लगाया। जमीन ग्राम पंचायत खंडेल में वरदा भील के नाम दर्ज थी जो अाराेपियाें के नाम से रजिस्ट्री हुई हैं। आराेपियाें ने डरा धमका कर व रात के समय लगभग साढ़े 7 बजे से 8 बजे के करीब तहसील कुंवारिया में हुई। परिवाद में बताया कि बच्चे, परिवार जेल में बंद है। लंबे समय से उन चारों को छुड़वाने का कहकर आराेपियाें ने सहायता व धर्म का काम करते हैं उन्हे छुड़ा देंगे। रुपए नहीं हाेने पर छुड़वाने को बोला ताे फोटो अंगूठा लगाने के लिए कागजता मंगवाए। अंगूठा लगवा कर हाथ पकड़कर हस्ताक्षर करवाए, खाली कई कागजों पर भी करवाए फिर रात भर नाथद्वारा में रखा। अगले दिन मोटर साइकिल से एक व्यक्ति घर छोड़ गया वहां खड़े होकर फोटो लेकर जेल में देने की बात कहीं। बाद में कुंवारिया से पता चला कि आराेपियाें ने अपने नाम रजिस्ट्री करवा ली। पुलिस ने टीम बनाकर चार दिन तक फरसक प्रयास करते हुए अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर आराेपियाें काे गिरफ्तार किया।