Panther Attack News https://jaivardhannews.com/leopard-attack-panther-kills-child/

Leopard Attack : राजसमंद जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र के गोड़वा गांव में मंगलवार रात को एक दर्दनाक घटना सामने आई। यहां 2 साल के एक मासूम जो कि रात में अपनी मां के पास सो रहा था उसे पैंथर घर से उठाकर ले गया और मार डाला। बच्चे का शव गुरूवार सुबह करीब 2 किलोमीटर दूर जंगल में कुछ अवशेष टुकड़े में मिले। इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। यह घटना देलवाड़ा कस्बे के गोडवा भील बस्ती की है।

Rajsamand News : जानकारी के अनुसार उदयपुर के कैलाशपुरी स्थित सरखुर्द की रहने वाली सुरेशी देवी पत्नी केसूलाल गमेती अपने बहन के घर गोड़वा गांव आई हुई थी। सुरेशी देवी अपने दोनों बेटे रोहित व नीतेश को भी साथ लेकर आई थी। घटना की रात सोते समय 2 साल के नीतेश को पैंथर घर से उठाकर ले गया और मार डाला। बच्चे की मां सुरशी देवी इस घटना को अपनी आंखों से देखा। सुरेशी देवी कुछ समझ पाती उससे पहले पैंथर उसकी आंखों के सामने से घायब हो गया। जब सुरेशी देवी ने यह सब देख चिल्लाई तो घर के सारे परिजन उठ गए। उसके बाद परिजन व ग्रामीण नीतेश को ढूंढने गए मगर नीतेश की कोई खबर नहीं मिली। उसके बाद सूचना पर पुलिस व वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। इस घटना से मां सुरशी देवी सदमे में हैं। वहीं पूरे गांव में दहशत का माहौल है। Rajsamand Police

सरेखुर्द के भीमावतो की भागल की है महिला

देलवाड़ा के गोडवा गांव में वालुराम भील के घर मेहमान आई सुरेशीबाई के दो बच्चे है। दोनों ही बच्चे उसके अगल बगल में सो रहे थे। घर के बाहर आंगन में सो रहे थे, तभी घर के पिछवाड़े से पैंथर आया और मासूम बच्चे को उठा ले गया। वह मूल रूप से उदयपुर जिले में कैलाशपुरी क्षेत्र में सूखेर थाना क्षेत्र के सरेखुर्द ग्राम पंचायत के भीमावतो की भागल की निवासी है। घटना के वक्त वह दोनों बेटो के साथ उसकी बहन के घर गोडवा आई हुई थी, जबकि उसका पति केशु गमेती उसके ससुराल भीमावतो की भागल में ही था। घटना की सूचना पर केशु गमेती के साथ उसके पिता के साथ बड़ी तादाद में ग्रामीण गोडवा गांव पहुंचे। फिर उनकी मौजूदगी में देलवाड़ा अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया। घटना को लेकर ग्रामीण डर व दहशत में है।

ये भी पढ़ें : Opium smuggling : अफीम की तस्करी करते दो युवक गिरफ्तार, 750 ग्राम अफीम की जब्त

Panther Attack : जंगल में क्षत- विक्षत शव मिला

Panther Attack : पैंथर जब मासूम को उठाकर भागा तो गांव वाले भी बच्चे को छुड़ाने के लिए पैंथर के पीछे भागे मगर पैंथर जंगल की तरफ भाग गया। उसके बाद भी परिजन व ग्रामीणों ने मासूम को काफी तलाश मगर उसका कोई पता नहीं चला। उसके बाद परिजनों ने इसकी सुचना देलवाड़ा पुलिस की दी, जिसके बाद पुलिस व वन- विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर बच्चे की तलाश की। जिसके बाद सुबह करीब घर से 2 किलोमीटर की दूरी पर मासूम के कपड़े झाड़ियों में पड़े दिखाई दिए। वहां जाकर देखा तो मासूम नीतेश का सिर क्षत- विक्षत मिला। साथ ही एक हाथ की अंगुली भी बरामद हुई। Delwara News

ये भी पढ़ें : leopard रोज दहाड़ रहे, बचने का आसान तरीका, कब करता है panther attack ?

Panther Killed to Child : मां के रो- रोकर बुरा हाल

Untitled 4 copy 1 https://jaivardhannews.com/leopard-attack-panther-kills-child/

Panther Killed to Child : बेटे के क्षत- विक्षत शव मिलने से मां के होश उड़ गए। मासूम की मां सुरेशी देवी का रो- रोकर बुरा हाल है। इस घटना से पूरे गांव में दहशत फैल गई है। ग्रामीणों ने वन विभाग को पूरे मामले की जानकारी दी। सूचना के बाद वन विभाग की टीम सहित देलवाड़ा पुलिस, एसडीएम नाथद्वारा व तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। वन विभाग की टीम ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।

पैंथर कब करता है हमला, उसके स्वभाव को समझे

पैंथर अगर आबादी क्षेत्र में आने ही लग गए हैं, तो स्वाभाविक है कि हमें भी उसका स्वभाव समझना होगा, तभी हमेशा पैंथर से हम सुरक्षित रह सकेंगे और पैंथर भी सुरक्षित रह सकेगा। वन विभाग राजसमंद के एसीएफ विनोद राय ने बताया कि पैंथर कभी एकाएक इंसानों पर हमला नहीं करता, लेकिन अगर पैंथर किसी जगह फंस गया है और चौतरफा लोग या जाने का कोई रास्ता नहीं है, तो ऐसी स्थिति में लोगों पर हमला कर सकता है। यही उसका स्वभाव है। साथ ही अगर लोगों के द्वारा बार बार पैंथर पर पत्थर फेंकने या परेशान करने, भगाने के प्रयास करने से वह चिड़चिड़ा हो सकता है और ऐसी स्थिति में वह लोगों पर हमला कर सकता है। वरना कभी भी पैंथर लोगों पर एकाएक हमला नहीं करेगा और न ही कभी लोगों के रास्ते में आएगा, मगर जब कहीं भी पैंथर दिखाई दे, तो कभी भी उसका रास्ता नहीं काटे, वह अपने आप चला जाएगा। उसे छेड़ने का प्रयास करेंगे, तो वह उत्तेजित हो जाता है और क्रोधित होकर हमला कर सकता है।