कोरोना महामारी में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के माता-पिता को अपना शहर छोड़कर दूसरे शहरों में तो कई राजस्थान को छोड़ कर बाहर जा चुके है। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने नई गाइडलाइन जारी की है। इस बार पहली से आठवीं तक के स्टूडेंट्स के प्रवेश पूरे साल होंगे। कभी भी कोई भी स्टूडेंट किसी भी स्कूल में प्रवेश ले सकता है। वहीं 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स को 31 जुलाई तक संबंधित स्कूल में एडमिशन लेना होगा।
कोरोना काल के चलते बड़ी संख्या में पैरेंट्स इधर से उधर हो रहे हैं। किसी को अपना शहर छोड़कर दूसरे शहर में जाना पड़ रहा है तो कई राजस्थानी अन्य राज्यों में नौकरी छोड़कर वापस अपने गांव व शहर में आ रहे हैं। ऐसे स्टूडेंट्स को लास्ट डेट के कारण परेशानी हो रही थी। ऐसे में अब माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने पहली से आठवीं तक के एडमिशन साल भर करने के आदेश दिए हैं।
आमतौर पर पांचवीं व आठवीं बोर्ड क्लासेज होती है, लेकिन इस बार क्या होगा तय नहीं है। ऐसे में आठवीं व पांचवीं क्लास में एडमिशन की लास्ट डेट बाद में तय हो सकती है। ड्रॉप आउट स्टूडेंट्स को जोड़ने की कवायद भी हो रही है। राज्य में बड़ी संख्या में बच्चों ने कोरोना काल में स्कूल छोड़ दिए हैं। अन्य राज्यों में रहने वाले जो पैरेंट्स अपने शहर में आ गए हैं तो उन्हें भी अब नए स्कूल की तलाश है। फीस बचाने के चक्कर में पैरेंट्स ने बच्चों का स्कूल में एडमिशन ही नहीं करवाया। ऐसे ड्राॅप आउट बच्चों को फिर से जोड़ने का प्रयास हो रहा है।