एक बदमाश ने पुलिस से बचने के लिए दाढ़ी मुंछे बढ़ाकर साधु बन गया। पुलिस उसकी लम्बे समय से तलाश कर रही थी । बदमाश की एक आश्रम पर साधु के वेश में छुपे होने की सूचना पर पुलिस शिष्य बनकर पहुंची। जांच के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जयपुर पुलिस ने 27 साल से फरार साधु के वेश में रह रहे एक बदमाश को पकड़ा है। पुलिस ने भी शिष्य बनकर साधु के पास अलवर में एक आश्रम में पहुंच कर बदमाश को पहचान कर गिरफ्तार किया है। यहां तक उसने अपने दस्तावेज भी बदल डाले। पुलिस उसकी काफी समय से तलाश कर रही थी। पुलिस ने एक 21 साल से फरार वारंटी को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि 27 साल से फरार साधू के वेश में देशबंधु जाट उर्फ बंधु पुत्र होशियार सिंह निवासी चरखीदादारी हरियाणा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि 1994 में आरोपी देशबंधु जयपुर में ही विश्वकर्मा में चांद पेट्रोल पंप पर नौकरी करता था।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया। इसके खिलाफ दो वारंट कोर्ट ने जारी किए। पुलिस ने उसकी काफी तलाश की। कुछ दिनों पहले पुलिस को सूचना मिली कि वह अलवर जिले में भिवाड़ी के एक आश्रम में साधु के वेश में छुप कर रह रहा है। तब हैडकांस्टेबल साहब सिंह, कांस्टेबल राजपाल व महेंद्र सिंह की टीम आश्रम में शिष्य बनकर पहुंची। साधु के बारे में सारी जानकारी ली। वे साधु के पास पहुंचे तो बोला कि तुम्हारा कल्याण होगा। देशबंधु ने अपनी सारी पहचान मिटा दी थी। उसके बारे में सारी पहचान मिलने पर पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले 27 सालों से साधु के वेश में ही छिप कर घूम रहा था और जीवनयापन कर रहा था।