देश में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए प्राइवेट अस्पतलों में मरीजों के लिए कितनी सुविधाएं तैयार है। इस को लेकर भीलवाड़ा प्रशासन की ओर से शहर के निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण में भीलवाड़ा शहर के 2 प्राइवेट हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं में कमी मिली जिसके बाद दोनों को सीज किया गया। जब तक इनमें मिली कमियां नहीं सुधारेंगे तब तक यह बंद रहेंगे।
भीलवाड़ा सीएमएचओ डॉ. मुस्ताक खान ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर व अस्पतालों की विभिन्न ऑडिट को लेकर 5 अधिकारियों की टीम ने भीलवाड़ा शहर के अस्पतालों का निरीक्षण किया। इस दौरान स्वस्तिक व सिद्धी विनायक अस्पताल में फायर सेफ्टी में कमी पाई गई। यहां सिस्टम चालू भी नहीं थे। अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण का कोई भी साधन नहीं था। इसके अलावा मरीजों के लिए अन्य सुविधाओं में भी खासी कमी थी। बताया यह भी जा रहा है कि कोरोना काल के दौरान भीलवाड़ा के कई अस्पतालों की शिकायत मरीजों ने प्रशासन से की थी। वहीं चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में बीमा करवाने के बावजूद अन्य निजी अस्पतालों की ओर से मरीजों से पैसे वसूल किए गए थे। प्रशासन ने इन शिकायतों पर इन सभी अस्पतालों को मरीजों को पैसे लौटाने के लिए कहा है। मरीजों को पैसे लौटाने के 15 दिन बाद इस योजना का पैसा अस्पताल को देने की बात प्रशासन ने कहीं है।