01 125 https://jaivardhannews.com/acb-team-caught-red-handed-taking-bribe-of-4-thousand/

एक अस्पताल में ईलाज के नाम पर रिश्वत मांगी। पीड़ित ने ACB शिकायत की। इसके बाद टीम द्वारा सत्यापन किया। फिर 4 हजार क रश्वत लेते आराेपी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जोधपुर के एमडीएम (मथुरादास माथुर अस्पताल ) में इलाज के लिए दलालों का नेटवर्क सक्रिय है। यहां पर डॉक्टर के नाम यह लोगों से रुपए वसूल कर ठगी कर रहे हैं।

ACB ने शनिवार को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उसने बताया कि यह राशि उसने एमडीएम के दो न्यूरोसर्जन के लिए ली थी। इधर डॉक्टर का नाम सामने आने के बाद वे थाने पहुंचे और अब मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि बाड़मेर जिले सेड़वा गांव निवासी गुणेशराम ने शिकायत दर्ज कराई कि मेरे एक रिश्तेदार मांगीलाल एमडीएम अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में 19 जुलाई को भर्ती कराया गया। उसके सिर का ऑपरेशन होना है। ऑपरेशन कराने के लिए एक दलाल बिलाड़ा तहसील निवासी सुनील विश्नोई चार हजार रुपए की मांग कर रहा है। दलाल ने दावा किया कि यह राशि व न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉ. सुनील गर्ग व डॉ. शरद थानवी के लिए ले रहा है। शिकायत का सत्यापन 23 जुलाई को किया गया। इसमें पुष्टि हो गई कि दलाल सुनील विश्नोई चार हजार रुपए की मांग कर रहा है। शनिवार सुबह गुणेशाराम को चार हजार रुपए के साथ दलाल सुनील के पास भेजा गया। अस्पताल के सामने स्थित सिटी बस स्टैंड पर उसे चार हजार रुपए थमाते ही पहले से तैयार एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। उसकी जेब से रंग लगे चार हजार रुपए बरामद कर लिए गए। उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। दोनों डॉक्टरों की भूमिका के बारे में पता लगाया जा रहा हैं।

रिश्वत के मामले में पकड़े गए दलाल की तरफ से अपने नाम लेने के बारे में डॉ. सुनील गर्ग का कहना है कि मैं खुद हैरान हूं। न तो मैं कभी ऐसे किसी व्यक्ति से मिला और न ही मैं उसे जानता हूं। उनका कहना है कि लैब से लेकर वार्ड तक में इनकी घुसपैठ है। हम लोग मरीजों की जांच कर उनका ऑपरेशन करे या फिर इन दलालों से निपटे। मरीज को पूरी तरह से अपने झांंसे में फांस लेते हैं ये लोग। कई बार मरीज तक को उठा कर ले जाते हैं। बीस साल हो गए है मेरी नौकरी को। कभी किसी ने मुझ पर ऐसा लांछन नहीं लगाया। उन्होंने कहा कि मैं खुद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराने जा रहा हूं। प्रिंसिपल को भी कहा जाएगा कि वार्ड में लोगों के आने-जाने पर सख्ती की जाए। वहीं इस मामले में डॉ. शरद थानवी ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।