ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यो के बिल पास करने की एवज में AEN ने रिश्वत मांगी। शिकायत पर ACB टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को 5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जबकि दूसरे आरोपी को कार्यवाही की भनक लगने पर वह फरार होग गया। इससे पहले आरोपी 16 लाख की रिश्वत ले चुका है।
जोधपुर में ACB ने बुधवार को धोरीमन्ना पंचायत समिति के सहायक इंजीनियर (AEN) को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। जबकि, दूसरा सहयोगी धनाऊ सहायक इंजीनियर कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया। दोनों ने पंचायत में कराए गए काम के लिए जमा कराई सिक्योरिटी राशि रिलीज करने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन के मांग की थी।
ASP दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि AEN सोहनलाल और मानाराम द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी। जांच करने के बाद बुधवार को टीम ने ट्रैप कार्रवाई की है। सोहनलाल को धोरीमना पंचायत समिति आवास परिसर से 5 लाख रुपए की राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जबकि, मानाराम कार्रवाई की भनक लगने से फरार हो गया। धोरीमन्ना पुलिस मानाराम को पकड़ने की कोशिश कर रही है
धोरीमन्ना और धनाऊ पंचायत समिति ने जलग्रहण विकास एवं भू सरंक्षण (IWMP) परियोजना के तहत 2016-17 में निकाले गए टेंडर के तहत फरियादी ने दोनों पंचायत समितियों में कार्यों को पूरा भी कर लिया था। धोरीमन्ना AEN सोहनलाल और धनाऊ AEN मानाराम ने इसके बिलों के भुगतान के एवज में पहले 10 प्रतिशत कमीशन के हिसाब से 16 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद फरियादी ठेकेदार ने दोनों पंचायत समिति में काम पूरे होने का प्रमाण-पत्र प्राप्त ले लिया था। फरियादी को टेंडर की राशि भी मिल गई थी।
ASP ने बताया कि टेंडर के तहत फरियादी ने इसके लिए कुल राशि की 10 प्रतिशत रकम सिक्योरिटी के रूप में जमा कराई थी। जो ये सिक्योरिटी राशि गारंटी अवधि तक के लिए रोक रखी थी। अब गारंटी अवधि बीत जाने के दो साल बाद भी सोहनलाल और मानाराम ने कमीशन नहीं मिलने की बात कहकर सिक्योरिटी राशि रिलीज नहीं की। इस सिक्योरिटी राशि को रिलीज करने के लिए दोनों 5 लाख रुपए मांग कर रहे थे। इसके बाद फरियादी ने ASP में इसकी शिकयत की थी। जांच में पाया गया था कि रिश्वत की इस रकम में दोनों आरोपियों का हिस्सा था। ACB ने दोनों को एक साथ गिरफ्तार करने का प्लान बनाया था, लेकिन एन वक्त पर दूसरा आरोपी फरार हो गया।