टोल पर दरें कम करने को लेकर प्रशासन की मौजूदगी में कई बार वार्ता हुई लेकिन विफल रही। इसको लेकर लोगों ने नेगिड़या टोल नाके पर प्रदर्शन कर दरों में रियायत देने की मांग पर अडे़ रहे। राजसमंद टोल संघर्ष समिति, व्यापार संघ, मार्बल कटर एसाेसिएशन, ट्रक एसाेसिएशन, टैक्सी यूनियन सहित राजनीतिक, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों ने रविवार काे उदयपुर-गाेमती फाेरलेन पर लगे नेगड़िया टाेल प्लाजा की दरें कम करवाने काे लेकर आंदाेलन किया।
लाेगाें ने नेगडिय़ा टोल नाके पर जिले के वाहनों को रियायत देने की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी। वहीं मांगाें काे लेकर ज्ञापन भी दिया। बताया कि टोल टेक्स के 5 किमी से 10 किमी के बीच सभी पंचायतों को टोल मुक्त किया जाएं। जो पूर्व में राजसमंद जिले के ₹50 माह के टोल पास बने हुए थे, उन्हें टोल प्रबंधक ने बंद कर दिए। जिन्हें पूर्ववृत वापस ₹50 वाले पास यथावत चालू किए जाएं।
आंदोलन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि पूर्व में जिले की 20 किमी क्षेत्र में रहने वालों को 50 रुपए मासिक पास की व्यवस्था थी। अब अचानक बिना नियम के 285 रुपए शुल्क कर दिया। वहीं ट्रैक्टर से टोल वसूली की जा रही हैं। इस पर टोल मैनेजर अरविंदसिंह ने कहा कि जो कमर्शियल एक्टिविटी करते है उन ट्रैक्टर से ही टोल लिया जाता हैं। बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि ये पुलिस या आरटीओ तय करें। डिप्टी जितेंद्र आंचलिया ने कहा कि आप ट्रैक्टर से टोल लेना बंद कर दें।
लोगों ने कहा कि टाेल के पीछे वाला रास्ता रिकाॅर्ड में रास्ता है, इन्हाेंने ब्लॉक कर दिया है। जिस पर तहसीलदार हुकमकुंवर ने कहा कि एनएचआई को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। जवाब आने पर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में लोगों की एनएचआई अधिकारी और टोल मैनेजर के साथ तीखी बहस हुई। बैठक बेनतीजा रही। आंदोलन करने आए लोगों ने ज्ञापन देखकर बैठक खत्म की। आंदोलन करने आए लोगों का नेतृत्व करने वाला कोई भी एक नहीं होने से हल नहीं निकल सका। टोल प्रबंधक अरविंदसिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के नाम ज्ञापन दिया है। जाे मंत्रालय में भेज देंगे। एनएचआई की जैसी स्वीकृति होगी, वैसा टाेल लागू कर दिया जाएगा।