वैश्विक कोरोना महामारी के चलते स्कूल, कॉलेज, इंस्टीट्यूट सभी बंद है। अब राजस्थान में कोरोना के केसों में कमी को देखते हुए सरकार 16 अगस्त या 1 सितम्बर से स्कूल खोल सकती है। पहले फेज में 9वीं से 12वीं के बच्चों को स्कूल बुलाने की सिफारीश की गई। मंगलवार को सचिवालय में हुई कमेटी की बैठक में चर्चा की गई।
राजस्थान में स्कूल-कॉलेज खोलने को लेकर बनी मंत्रियों की कमेटी ने रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है। मंत्रियों की कमेटी ने पहले फेज में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को स्कूल बुलाने की सिफारिश की है। छोटे बच्चों की कक्षाएं दूसरे फेज में शुरू करने की सिफारिश की है। इसमें स्कूल-कॉलेज खोलने की SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर) को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। रात तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। अब अंतिम फैसला मुख्यमंत्री लेंगे।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से कहा, कमेटी ने सभी पहलुओं का अध्ययन करके आम सहमति से रिपोर्ट तैयार की है। बड़े बच्चों के लिए ज्यादा सहमति बनी है। छोटे बच्चों के लिए कम सहमति है। हमने अन्य राज्यों में स्कूल खोलने की SOP, ICMR की सिफारिश, अन्य प्रदेशों में कोरोना की हालत सहित सभी पहलुओं पर चर्चा की है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने भाग लिया। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने फोन से सुझाव दिए।
गृह विभाग जल्द जारी करेगा गाइडलाइन
कॉलेज और यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की कक्षाएं शुरू करने पर भी चर्चा हुई। इस समय अंतिम वर्ष की परीक्षाएं चल रही हैं। ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। जल्द इसे लेकर गृह विभाग विस्तार से गाइडलाइन जारी करेगा। गृह विभाग स्कूल-कॉलेज, कोचिंग खोलने को लेकर SOP और गाइडलाइन जारी करेगा। मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिलने के बाद ऐसा होगा।
जुलाई के आखिरी सप्ताह में कैबिनेट की बैठक में स्कूल-कॉलेज खोलने पर सहमति बनी थी। उसी दिन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने 1 अगस्त से सभी कक्षाओं के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक के अगले ही दिन मंत्रियों की कमेटी बना दी। इस कमेटी ने अब रिपोर्ट तैयार की है। प्रदेश में मार्च के बाद से ही स्कूल-कॉलेज बंद हैं। ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं।