01 33 https://jaivardhannews.com/to-pay-the-lawyers-fees-two-brothers-became-thugs-used-to-rob-the-passers-by-by-fooling-them-arrested/

वकील की फीस चुकाने के लिए दो हिस्ट्रीशीटर भाई ठग बन गए। ये दोनों राहगीरों को वेबकूफ बनाकर उनके साथ ठगी कर पैसे ऐंठ लेते थे फिर ये वकील को देते थे दोनों आरोपियों ने राजस्थान के उदयपुर, जयपुर, दिल्ली, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में कई वारदातों को अंजाम दिया है। दोनों शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

राहगीरों को बेवकूफ बनाकर लूटपाट करने वाले 2 बदमाशों को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को पुलिस ने बताया कि दोनों सगे भाई हैं। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच पुलिस ने बदमाशों को माणकचौक पुलिस को सौंप दिया है। इनकी पहचान करने के लिए करीब 400 CCTV फुटेज खंगाले गए। इसके बाद सफलता मिली। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी (क्राइम) दिगंत आनंद ने बताया कि शंकर उर्फ महेश उर्फ कालू उर्फ संदीप और उसका भाई मुकेश उर्फ कल्लू उर्फ मुक्की उर्फ रमेश उर्फ भुक्की दिल्ली के बाहरी क्षेत्र सुलतानपुरी स्थित प्रताप नगर के रहने वाले हैं। उनके कब्जे से वारदातों में प्रयुक्त दिल्ली नंबर की एक लग्जरी कार बरामद हुई है।

डीसीपी दिगंत आनंद के मुताबिक दोनों भाइयों के खिलाफ कुल 22 आपराधिक प्रकरण (मारपीट, बलात्कार, छेड़छाड़ एवं आर्म्स एक्ट) में दर्ज हैं। ये दोनों दिल्ली के सुलतानपुरी थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वकील की फीस तथा लॉकडाउन में काफी कर्जा हो गया था। इनको चुकाने के लिए रुपए की जरूरत पड़ी। इसलिए वारदातें करते वक्त अपनी गाड़ी पर फर्जी नम्बर प्लेट लगा लेते हैं। इसी तरह, वारदात के वक्त पुलिस से बचने के लिए अन्य व्यक्तियों के नाम से जारी मोबाइल सिम काम में लेते हैं।

सोने के कंगन उतरवा लिए
एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी ने बताया कि 10 जुलाई 2021 को शांति देवी ने एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। कहा था कि वह एस.एम.एस. अस्पताल में कोरोना की जांच करवाने के लिए सुबह 11 बजे चांदी की टकसाल से बड़ी चौपड़ गणेश मंदिर पहुंचीं। तब दो लड़के पीछा करते हुए उनके पास आए। उन्होंने शांति देवी को रोककर कहा कि माताजी मेरे साथ मौजूद यह लड़का अजमेर से आया है। इसको बिहार जाना है। इसके पास करीब दो-ढाई लाख रुपए हैं। इसको कोई मार देगा। हम इसको थोड़ा खर्चा पानी दे देते हैं। बाकी रुपए आपस में बांट लेंगे। इस तरह दोनों बदमाशों ने शांति देवी को बातों में उलझाया। उसको पैदल ही पुरोहित जी के कटला के बाहर मेट्रो स्टेशन की सीढ़ियों तक ले आए। इसके बाद शांति देवी को झांसे में लेकर उनके सोने के कंगन उतरवा कर एक कपड़े में लपेट लिए।

सोने का कंगलन वाला रूमाल बंदलकर शांति देवी को दूसरा रूमाल सौंप दिया। इसमें लाख के चूड़े बांधकर रखे थे। बदमाशों ने दूसरे कपड़े में नकली नोट की गड्ढी भी शांति देवी को थमाते हुए कहा कि आप इन दोनों को अपने पास रखो। मैं इसको स्टेशन पर छोड़ कर आ रहा हूं। इसके बाद दोनों बदमाश वापस नहीं आए। तब शांति देवी ने कपड़े का रूमाल खोल कर देखा। एक रूमाल में नकली नोट और दूसरे में लाख के चूड़े रखे हुए थे। दोनों बदमाश कंगन लेकर फरार हो गए। तब उन्होंने माणकचौक थाने पहुंचकर केस दर्ज करवाया। CST प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर पन्नालाल के नेतृत्व में एएसआई सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल हरिनारायण शर्मा, माणकचौक थाने के कांस्टेबल दीपक, रोहिताश, एएसआई ग्यारसीलाल व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने वारदातों का खुलासा किया।