एक बेटी के साथ पिता ने ही छेड़छाड़ कर दी। इससे बचने के लिए बेटी दिल्ली अपने चाचा के पास पहुंची। तो यहां भी चाचा हैवान निकला। चाचा एक माह तक उसके साथ दुष्कर्म किया। फिर वह किसी तरह चाइल्ड हेल्प केयर के सपंर्क में आई तो जयपुर में केस दर्ज करवाया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
दौसा जिले के बांदीकुई में एक पिता ने ही अपनी बेटी से छेड़छाड़ की। बचने के लिए वह चाचा के पास दिल्ली पहुंची तो वहां चाचा ने करीब एक माह तक उससे दुष्कर्म किया। पीड़िता गर्भवती हुई तो जबरन गोलियां खिलाकर उसका गर्भपात कराया। किसी तरह पीड़िता चाइल्ड हेल्प केयर के संपर्क में आई तो जयपुर में दुष्कर्म का केस दर्ज कराया गया। हैरत तो यह है कि तीन साल तक जयपुर और एक साल दौसा पुलिस ने जांच लटकाए रखी। आखिरकार दुष्कर्म के 4 साल बाद आरोपी पिता व चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसआई राजेंद्र मीणा ने बताया कि साल 2017 में चाइल्ड हेल्प केयर सेंटर जयपुर की तत्कालीन अध्यक्ष ने जयपुर के सांगानेर थाने में डाक के जरिये आरोपी पिता व चाचा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसमें बताया गया कि आरोपी पिता जगदीश ने 15 साल (तब की उम्र) की बेटी से बांदीकुई में छेड़छाड़ की। बेटी ने शिकायत की तो परिजनों ने 2016-2017 में उसे दिल्ली में चाचा के यहां भेज दिया। चाचा दिल्ली में किसी हाईकोर्ट जज का ड्राइवर है। यहां आरोपी चाचा ने पीड़िता से एक माह तक तक दुष्कर्म किया। गर्भपात भी कराया। सांगानेर थाने में केस दर्ज हुआ, लेकिन जांच लटकी रही। 2020 में केस बांदीकुईं ट्रांसफर हुआ। एसआई ने कहा कि लॉकडाउन के कारण जांच रुकी रही। अब एसपी अनिल बेनीवाल के निर्देश पर एक साल बाद गिरफ्तारी हुई।