मां के निधन का एक महिला को ऐसा सदमा पहुंचा कि उसने आत्महत्या कर ली। महिला मां की मौत के बाद वह तनाव में रहती थी। वहीं दूसरी ओर एक अधेड़ की ट्रेन से कटने से मौत हो गई। इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या माना जा रहा है। ट्रेन आती देख अधेड़ पटरी पर कूद गया इससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
जोधपुर शहर में एक ही दिन में दो महिलाओं सहित तीन लोगों ने खुदकुशी कर ली। मिल्कमैन कॉलोनी में एक 57 वर्षीय अविवाहित महिला ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वे अपनी मां की मौत के बाद से डिप्रेशन में थीं। मंडोर थाना क्षेत्र के नया बेरा में 40 वर्षीय एक अधेड़ की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। मृतक रात में परिजनों के साथ सोए थे और सुबह घर के पास ही एक रेलवे ट्रैक पर उनका शव मिला। उधर, मंडोर के पास मगजी की घाटी क्षेत्र में एक श्रमिक की पत्नी ने भी मानसिक तनाव में फंदा लगाकर जान दे दी। इसके अलावा कायलाना में भी शुक्रवार को एक महिला और पुरुष ने छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन वहां तैनात गोताखोराें ने उन्हें बचा लिया।
मंडोर थाना क्षेत्र में नया बेरा में सत्यम् स्कूल के पास रहने वाले मांगीलाल (40) पुत्र रामूराम नायक गुरुवार रात अपने परिजनाें के साथ साेए थे। सुबह उनके बेटे काे साेशल मीडिया के जरिए उनके ट्रेन से कटकर माैत की जानकारी ली। मंडाेर थाने के एएसआई सवाईसिंह ने बताया कि मांगीलाल मूलत: नागौर के खींवसर में बुड़ी बसवानी के रहने वाले हैं। परिजनों ने बताया कि वे रात में खाना खाने के बाद सबके साथ सो गए थे। सुबह उठकर देखा तो कहीं नहीं मिले। आसपास तलाश भी की गई, लेकिन कुछ भी पता नहीं लग पाया। इतने में समाज के एक वॉट्सएप ग्रुप में उनके बेटे सुरेश नायक को अपने पिता की मौत की जानकारी मिली, कारण ट्रेन की चपेट में आना बताया जा रहा था। मैसेज मिलते ही घर में हंगामा मच गया। बेटा सुबह सीधे मंडोर पुलिस थाने पहुंचा और इस बारे में जानकारी दी। मृतक मांगीलाल मजदूरी करते थे। एएसआई ने बताया कि उन्होंने खुदकुशी की है या हादसे का शिकार हुए इसकी जांच की जा रही है।
शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र की मिल्कमैन कॉलोनी की गली नंबर 8 में पीना (57) पुत्री आईदास भाटी ने शुक्रवार को अपने घर में फांसी लगा ली। घटना के वक्त वे अपनी मां की मौत के बाद दो-तीन साल से तनाव में थी। वे अपने तीन भाई और एक बहन के साथ रहती थी। इन पांचों भाई-बहन में से केवल एक भाई ने ही शादी की थी, जो घटना के समय दिल्ली गया हुआ था, जबकि शेष एक बहन व दो भाई नौकरी पर थे।
एक भाई घर लौटा तो पीना फंदे पर झूलती हुई मिली। एसीपी पश्चिमी नूर मोहम्मद ने बताया कि इनका एक मकान सोजती गेट में भी आया हुआ है। ये लोग कभी सोजती गेट तो कभी मिल्कमैन कॉलोनी में रहने आ जाते थे। गुरुवार को एक बहन जो नर्स हैं वह ड्यूटी पर और दो भाई अपनी नौकरी पर। शाम को एक भाई लौटा तो पीना फंदे पर लटकी मिली, उसने सीढ़ी की सहायता से फंदे से उतारने का प्रयास किया तो छत का प्लास्टर गिर गया।
4 बच्चों के सिर पर उठा मां का साया
मंडोर थाना इलाके के ही मगजी की घाटी क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने अपने घर में फंदा लगा जान दे दी। पति कमठा मजदूर काम पर गया हुआ था। पड़ोसियों को पता लगने पर उसे बुलाया गया। घटना के वक्त उनके दो बच्चे घर के बाहर ही थे और दो ननिहाल गए हुए थे। मंडोर थाने के एएसआई सवाईसिंह ने बताया कि मूलत: नागौर जिले सिंगर हाल मगजी की घाटी क्षेत्र में रहने वाली 32 साल की जेठी पत्नी सुखसिंह ने अपने घर में फंदा लगा लिया। उसके चार बच्चे हैं। दो ननिहाल में और दो यहां पर थे। पति सुखसिंह कमठा मजूदरी करता है। घटना के समय वह मजदूरी पर गया हुआ था। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्राथमिक तौर पर मृतका का मानसिक परेशान होना सामने आ रहा है।
चार साल के बेटे को पति ले गया, पत्नी कायलाना में कूदी, बचाया
कबीर नगर निवासी एक महिला ने शुक्रवार को कायलाना में कूदकर जान देनी चाही, लेकिन वहां मौजूद गोताखोरों ने उसे बचा लिया। राजीव गांधी नगर थानाधिकारी मूलसिंह ने बताया कि महिला ने अब्दुल सत्तार से प्रेम विवाह किया था। दोनों के चार साल का बेटा और एक बेटी भी हैं। महिला का आरोप है कि अब्दुल ने पूर्व में भी एक शादी कर रखी थी, लेकिन उससे उसके कोई बच्चा नहीं था, ऐसे में उसे बेटे की चाह थी।
कुछ दिन पहले वह कायलाना स्थित एक दरगाह पर खाना बनाने गई थी, पीछे पति अब्दुल बेटे को उठाकर ले गया। पता लगने पर वह घर आई और अब्दुल से बेटे को लौटाने काे कहा, लेकिन वह टालमटोल करता रहा। 10-12 दिन बाद भी बेटा नहीं लौटा तो उसने खुदकुशी करने की ठान ली। उसने शुक्रवार को कायलाना में छलांग लगा दी, लेकिन गोताखोरों ने उसे सुरक्षित निकाल लिया। फिर पुलिस ने समझाइश कर उसे घर भेजा। पति पहले उसे जान से मारने का भी प्रयास कर चुका है। जिसका मामला सूरसागर थाने में दर्ज हो रखा है।