राज्य सरकार द्वारा मार्बल पर रॉयल्टी बढ़ाने के विरोध में राजसमंद जिले में 1200 मार्बल खदाने, 300 ग्रेनाइट खदानें, 3 हजार कटर, 500 मार्बल गैंगसा तथा 300 ग्रेनाइट गैंगसा कटर में बंद बंद है इससे कई श्रमिक प्रभावित हुए है। राजसमंद में मार्बल का कारोबार पूर्णतया ठप हो गया है। ट्रक ट्रेलरों को पहिए थम गए है।
राज्य सरकार की ओर से बढ़ाई मार्बल रॉयल्टी के विरोध में बुधवार को जिले की समस्त मार्बल इकाइयों में उत्पादन और लदान बंद रहा। राजसमंद में 1200 मार्बल व 300 ग्रेनाइट खदानें, 3 हजार कटर, 500 मार्बल गैंगसा तथा 300 ग्रेनाइट गैंगसा कटर में लदान बंद रहा। मार्बल व्यवसाय बंद होने से मार्बल व्यवसाय से जुड़े करीब 40 हजार श्रमिक प्रभावित हुए। लदान बंद होने से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय भी प्रभावित रहा। इन खदानों से रोजाना 3500 ट्रकों और ट्रेलर से लदान होता है, जो बंद रहा।
एसोसिएशन अध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया कि मार्बल व्यवसायी कोरोना काल में बढ़ती महंगाई में पेट्रोल, डीजल, बिजली की दरें, ई-रवन्ना, ऑनलाइन रिटर्न, जीएसटी के कारण पहले से परेशान हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने 265 रुपए प्रति टन से 55 रॉयल्टी बढ़ाकर 320 रुपए प्रतिदिन रॉयल्टी कर दी है। सरकार द्वारा बढ़ाई गई 21 प्रतिशत रॉयल्टी के विरोध में मार्बल माइंस ऑनर्स एसोसिएशन द्वारा बैठक में अनिश्चितकालीन बंद रखने का निर्णय लिया था। एसोसिएशन ने रॉयल्टी की दरें यथावत रखने की मांग की। सरकार द्वारा रॉयल्टी की बढ़ी हुई दरें वापस नहीं लेने तक लदान बंद रखने का निर्णय लिया।