मार्बल पर रॉयल्टी दर बढ़ाने के विरोध में हड़ताल पर चल रहे मार्बल व्यापारी विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी (Dr. C.P. Joshi) और खान मंत्री से मिले। रॉयल्टी की दरें कम करने के आश्वासन के बाद मार्बल लदान शुरू किया गया। 10 दिन से चल रही हड़ताल खत्म होने के बाद पुन: लदान शुरू हो गया है।
राजसमंद के मार्बल व्यवसायी मार्बल रॉयल्टी बढ़ने के बाद खदानाें से लदान बंदकर हड़ताल शुरू कर दी थी, लेकिन 10 दिन चली हड़ताल के बाद गुरुवार काे विधानसभाध्यक्ष डाॅ. सीपी जोशी एवं राजसमंद जिला प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना व खान मंत्री प्रमाेद जैन भाया से मुलाकात के बाद खदानों से मार्बल लदान प्रारंभ कर दिया।
मार्बल माइंस ऑनर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल खान मंत्री प्रमोद जैन से मिलकर रॉयल्टी को कम करने की बात रखते हुए ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद बुधवार देर शाम एसोसिएशन अध्यक्ष गौरव सिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल जयपुर पहुंचा। जहां पर विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. सीपी जोशी एवं राजसमंद जिला प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना से मिले और बढ़ाई गई रॉयल्टी वापस लेने की मांग की। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष जाेशी ने कहा कि राज्य सरकार को भी हर वर्ष करोड़ाें का राजस्व मार्बल से मिलता है और इस कोरोना के कारण अभी मार्बल का व्यापार सुस्त चल रहा है। उन्हाेंने जल्द से जल्द सरकार से चर्चा कर रॉयल्टी को कम करने का आश्वासन दिया। जिस पर मार्बल व्यापारियों ने बैठक कर खदानों से लदान प्रारंभ करने का निर्णय लिया।
मार्बल माइंस ऑनर्स एसोसिएशन की बैठक गुरुवार को केलवा चौपाटी स्थित कार्यालय में हुई। जिसमें अध्यक्ष गौरवसिंह राठौड़ ने बताया कि राज्य सरकार के मंत्रियों व विधानसभाध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द मार्बल रॉयल्टी कम की जाएगी। बेरोजगार हो रहे श्रमिकों के बारे में विचार करते हुए व्यापारियाें ने लदान शुरू करने पर सहमति जाहिर की। इसके बाद खदानों से लदान का कार्य शुरू कर दिया। बैठक में एसोसिएशन के संरक्षक हरिसिंह राठौड़, तनसुख बोहरा, रामनारायण पालीवाल, करणवीरसिंह राठौड़, कुलदीपसिंह राठौड़, रामचंद्र पालीवाल, मानसिंह बारहठ, संजय पालीवाल, जनकसिंह राठौड़, सुरेश सांखला, मुकेश जांगिड़, प्रद्युम्नसिंह, गिरिश अग्रवाल, अनिल कोठारी, विकास कोठारी, मनोज पारिक, रामसिंह झांझर, देवीलाल बुनकर, न्याज अहमद, गणेशदास वैष्णव, रिऋराजसिंह, हिम्मत बाबेल, राजेंद्र अजमेरा सहित सदस्य माैजूद थे।