राजस्थान में कोयले की कमी के चलते बिजली संकट (Power Crisis) खड़ा हो गया है। राजसमंद जिले में शहरी (Urban) क्षेत्र के साथ ग्रामीण (Rural) क्षेत्रों में भी बिजली कटौती (Power Cut) शुरू कर दी है। ग्रामीण (Rural) क्षेत्रों में बिजली कटौती (Power Cut) का कोई निर्धारित समय नहीं होने से लोगों काे काफी परेशानी हो रही है। रात्रि में बिजली गुल (Power Failure) होने से ग्रामीणों को गर्मी से परेशान होना पड़ रहा है।
राजसमंद जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली निगम (Electricity Corporation) शुक्रवार से ही बिजली कटौती (Power Cut) शुरू कर दी है। शहरी (Urban) क्षेत्र में दो घंटे और ग्रामीण (Rural) क्षेत्रों में 6 घंटे की बिजली कटौती रहेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में पहले से ही अघोषित बिजली कटौती (Power Cut) होने लग गई है। बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता पारस कुमार जैन ने बताया कि बारिश से कोयला खदानों में पानी भरने से कोयला के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने बिजली की पर्याप्त उपलब्धता पर समीक्षा की। कोयला संकट से प्रदेश थर्मल पावर प्लांट की कुछ इकाइयां अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रही हैं। ऐसे में आमजन को बिजली बचत के लिए जागरूक किया जाएं। एससी जैन ने बताया कि राजसमंद जिले में शहरी क्षेत्र राजसमंद, नाथद्वारा, देवगढ़, आमेट में शाम चार से 6 बजे तक बिजली बंद रहेगी। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में राेजाना 6 घंटों की बिजली कटौती की जाएगी। शाम को 6 बजे से रात 10 बजे के बीच एक से दो घंटे की बिजली कटौती होगी।