करवाचौथ (Karwa Chauth) पर महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है। एक महिला जो अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के साथ उनके घर लौटने की कामना कर रही है। ये महिला पिछले 26 सालों से अपने पति की तलाश कर रही है और प्रति वर्ष लम्बी उम्र की कामना के लिए व्रत भी कर रही है। पति के लौटने का इंतजार 72 वर्ष की उम्र में भी बरकरार है।
नागौर जिले के पित्तीवाड़ा निवासी कौशल्या देवी 26 साल पहले 1995 में नेपाल में गुमशुदा हुए अपने पति शिवलाल को आज भी ढूंढ रही है। अपने गुमशुदा पति के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है। करवा चौथ काे लेकर इनकी प्रबल आस्था इनके मन में अपने पति के लिए दृढ़ विश्वास को टूटने नहीं देती है। और यहीं कहती है की वह एक दिन ज़रुर लौटकर आएंगे। बुजुर्ग अवस्था होने पर भी पति को ढूंढने के लिए कोई भी किसी प्रकार की कसर नहीं छोड़ती है। कौशल्या देवी अपने परिवार के साथ उन्हें ढूंढने के लिए अलग अलग तरीकों के साथ कई प्रयास किए।
अपने लापता पति को ढूंढने में 72 साल की कौशल्या देवी ने हार नहीं मानी है। 1995 से लेकर 2021, 26 वर्षों में इन्होंने अपने पति की खोज में 75 हजार किलोमीटर का सफर तय किया है। कौशल्या देवी बताती है कि उन्हें नेपाल में हर जगह, हर कोने में उनको ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिले। नेपाल में शिवलाल के परिचितों से संपर्क भी किया। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। साथ ही जिन लोगों से उनका जुड़ाव था, उनसे भी मिलकर उनका पता लगाने की कोशिश की, फिर भी उन तक पहुंच पाना नामुमकिन सा लग रहा है। इनके बेटे मोतीलाल ने बताया कि इनके पिता 19 साल की उम्र में नेपाल गए थे। कौशल्या देवी ने बताया कि 1995 में नेपाल जाने के 4 माह बाद उनकी कोई खबर नहीं आई तो उन्होंने अपने बड़े भाई श्रीनिवास को नेपाल जाकर उनका पता लगाने के लिए भेजा।
लेकिन वहां जाने पर भी उनका कोई पता नहीं चला। इसके लिए उन्होंने जहां पर वो नौकरी करने के लिए गए थे, वहां पता किया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने यहां से काम छोड़कर खुद का ट्रांसपोर्ट का बिजनेस कर लिया है। वो हमारे पास कई महीनों से नहीं आए है। कौशल्या देवी हर साल अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए लाल रंग की चुनड़ी की साड़ी, हाथ में मेहंदी और सोलह शृंगार करती है।
कौशल्या देवी ने बताया कि करीब 33 साल पहले उनके पति शिवलाल गौड़ परिवार का गुजर-बसर करने के लिए नौकरी के लिए नेपाल गए। कुछ समय बाद वह नागौर भी लौटकर आए। इसके बाद सन् 1995 में वो फिर से नेपाल चले गए, जिसके बाद वह आज तक वापस घर नहीं पहुंचे। कौशल्या देवी ने बताया कि शिवलाल गौड़ के साथ उनकी शादी वर्ष 1963 में हुई थी। जब शिवलाल 1995 से लापता हुए, तब उनके परिवार में कुल 8 जनों का परिवार था। जिसमें शिवलाल, कौशल्या देवी, इनके 3 पुत्र व 2 पुत्रियां है। जिसमें शिवलाल के लापता होने के बाद इनके पुत्र गोपाल की 2010 में मौत हो गई थी। अब 20 लोगों से ज्यादा का परिवार अपने मुखिया शिवलाल के लौटने का इंतजार कर रहा है।