पिछले सात माह से कुंभलगढ़ दुर्ग की लाइटें बन्द पड़ी थी क्योंक बिजली का बिल जो बाकी चल रहा था। अब पुरातत्व विभाग ने 3 लाख 76 हजार रुपए का बिजली बिल जमा करवा दिया है। अब दिवाली पर कुंभलगढ़ दुर्ग फिर रोशनी से जगमगाएगा। इससे पूर्व 75वें अमृत महोत्सव और देशभर में 100 करोड़ सफल वैक्सीनेशन पर पुरातत्व विभाग ने कुंभलगढ़ दुर्ग पर विशेष लाईटिंग की थी।
सांसद दीया कुमारी ने बिजली निगम को दुर्ग के बिजली बिल संबंधी जानकारी प्राप्त करनी चाही तो पता चला कि निगम ने बकाया लाइटिंग का बिल जमा करवा दिया है। अब लाइट चालू करने को लेकर कोई भी समस्या नहीं है। बिजली निगम के सहायक अभियंता चेतन शर्मा के पास भी सांसद कार्यालय से फोन आया। उन्होंने भी बिजली कर्मचारी को दुर्ग भेजकर लाइट संबंधी जानकारी ली। इसके लिए दो से तीन बार इसका प्री-शूट भी किया था।अब पुरातत्व विभाग ने दिवाली से पहले लाइट शुरू करने की बात कही है।
कुछ दिन पहले होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष जमनाशंकर आमेटा, हेरिटेज सोसायटी के सचिव कुबेर सिंह सोलंकी और सरपंच बिशन सिंह राणावत ने भी कुंभलगढ़ उपखंड अधिकारी जयपाल सिंह राठौड़ को ज्ञापन देकर दुर्ग पर लाइटिंग शुरू करवाने की मांग की थी। दीपावली के सीजन में ज्यादातर यहां पर गुजरात से हजारों पर्यटक दुर्ग भ्रमण को आते हैं। ऐसे में वे आस रखते हैं कि उन्हें दुर्ग की लाइटिंग भी देखने को मिले। ऐसे में अगर विभाग अपनी बात पर कायम रहकर जल्दी लाइट शुरू कर देता है तो लोग यहां से काफी खुश होकर लौटेंगे। वहीं कुंभलगढ़ में 60 से ज्यादा होटलें, गेस्ट हाउस यहां पर हैं। ऐसे में एडवांस बुकिंग से पहले ही होटलें पैक हो जाती है, जिसमें ज्यादातर गुजरात के अहमदाबाद, राजकोट, हिम्मतनगर, सूरत और भरूच से पर्यटक अपने परिवार के साथ यहां आते हैं।