देश में कोरोना के बाद डेंगू का कहर बढ़ने लगा है। राजस्थानन में पिछले 7 दिनों में डेंगू के मरीजो दोगुना हो चुके है। राजस्थान में डेंगू के 9000 मामले आ चुके है। दिल्ली में 25 अक्टूबर को एक दिन के रिकाॅर्ड 280 रोगी मिले थे, वहीं राजस्थान में 27 अक्टूबर को 320 और 28 अक्टूबर को करीब 350 नए रोगी मिले। एक दिन में इतने ज्यादा रोगी किसी राज्य में नहीं मिल रहे। 20 अक्टूबर तक प्रदेश में पिछले एक माह में राजस्थान में 4725 नए रोगी सामने आए थे।
वहीं 21 से 28 अक्टूबर तक मात्र 7 दिन में 4500 नए रोगी डेंगू का शिकार हो चुके। इसी तरह पिछले 15 दिन से पूरे स्टेट में मौतें 10 ही बताई जा रही थी। वहीं पिछले 2 दिन से लगातार 4-4 मौतें सरकारी रिकाॅर्ड में भी दर्ज की जा रही है। डेंगू की यही गति रही तो अगले तीन दिन में ही राजस्थान में डेंगू 10 हजार के स्तर को पार कर जाएगा। इतनी भयावह स्थिति किसी राज्य में नहीं है। लेकिन सरकार ने 33 टीमों की नियुक्ति कर और डेंगू मुक्त राजस्थान का नारा देकर इतिश्री कर ली। जयपुर सबसे प्रभावित जिला है, लेकिन डेंगू को लेकर मंत्री, सचिव स्तर से कोई दौरा नहीं किया गया। खासकर कोटपूतली, शाहपुरा और शहर की कच्ची बस्तियों में हालात दिनों-दिन बिगड़ते जा रहे हैं।
डेंगू का भयावह प्रभाव धौलपुर व अलवर में है। धौलपुर में एक दिन में 61 डेंगू पाॅजिटिव मिले। अलवर में 37 रोगी मिले। 1 माह से जयपुर में हालात खराब थे, लेकिन अब यहां एक दिन में 29 रोगी मिले। जोधपुर में एक दिन में 34, बाड़मेर में 19, करौली में 15, कोटा में 18, जालौर में 12, सीकर में 15 रोगी मिले।
प्रदेश में डेंगू से 25 अक्टूबर तक 10 ही मौतें बताई गई। जबकि 20 अक्टूबर से पहले ही स्थानीय अस्पतालों के अनुसार 100 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी थी। लेकिन अब स्थिति भयावह होने पर सरकार द्वारा भी दो दिन से 4-4 मौतें दिखाई जा रही है। अब कुल 18 मौतें रिकाॅर्ड की गई।