जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आंतकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। सोमवार शाम पुलिस वाहन पर फायरिंग में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए जबकि 12 घायल हैं। इनमें से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हमले के कुछ घंटों बाद आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ले ली।
कश्मीर के IG विजय कुमार ने बताया कि 25 पुलिसकर्मियों को लेकर जा रही बस पर 2-3 आतंकियों ने तीन तरफ से हमला किया। हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से 2 शहीद हो गए। 12 खतरे से बाहर हैं। जैश-ए-मोहम्मद के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने हमले को अंजाम दिया है। हमला श्रीनगर के जेवन इलाके के खोनमोह रोड के पंथा चौक में हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंडियन रिजर्व पुलिस की 9वीं बटालियन की बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की। इलाके की नाकाबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
PM ने जाहिर किया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी वारदात पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने फौरन हमले की रिपोर्ट मांगी है और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की प्रार्थना की है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी हमले की निंदा की है।
पुलिसकर्मियों की जिस बस पर हमला हुआ है, वो बुलेटप्रूफ नहीं थी। ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास शील्ड और लाठियां ही थीं। बहुत कम पुलिसवालों के पास हथियार थे। आतंकियों ने बस को रोकने के लिए टायर पर फायरिंग की। इसके बाद बस पर 2 तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
हमले में शामिल हो सकते हैं 2 आतंकी
जम्मू कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने बताया कि श्रीनगर और आसपास के इलाकों में आतंकियों की हलचल बढ़ी है। इसके बाद हमने शहर में 3-4 कामयाब ऑपरेशन चलाए हैं। आज भी हमने 2 आतंकियों को मार गिराया है। जो बस जा रही थी, उसमें जवान सिटी से लौट रहे थे। बस पर दो तरफ से फायरिंग हुई, इससे पता चलता है कि कम से कम 2 आतंकी हमले में शामिल रहे होंगे। इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व DGP बोले- बिना सुरक्षा मूवमेंट बड़ी चूक
जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व DGP एसपी वेद ने दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि कश्मीर में जब भी किसी पुलिस टुकड़ी की मूवमेंट होती है तो एरिया डॉमिनेशन कर सुरक्षा की जाती है। जहां हमला हुआ है, वहां CRPF, BSF, ITBP और JKP के कैंप हैं।
उन्होंने कहा कि हमले वाले इलाके में आमतौर पर भारी पुलिस बल तैनात रहता है, लेकिन आज की घटना समझ से परे है। ये सुरक्षा में बड़ी चूक लग रही है। पुलिस पार्टी मूवमेंट में हथियार होने चाहिए, लेकिन खबरें हैं कि ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास हथियार नहीं थे। मूवमेंट के वक्त प्रोटेक्शन पार्टी भी होनी चाहिए। यह इलाका रिहायशी है। इसमें सुरक्षाबलों का मूवमेंट होता रहता है। हो सकता है कि आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया हो।
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि श्रीनगर में हुए हमले में मारे गए पुलिसकर्मियों के बारे में सुनकर दुख हुआ। केंद्र सरकार कश्मीर के हालात सामान्य होने का कितना भी दावा कर ले, लेकिन सच यह है कि यहां के हालात खराब हैं। दुख में डूबे परिवारों के साथ मेरी सांत्वना है।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि श्रीनगर के बाहरी इलाके में पुलिस की बस पर हमले की दुखद खबर सुनी। मैं इस घटना की निंदा करता हूं और हमले में मरने वाले सैनिकों के परिवार के साथ हूं। जो पुलिसकर्मी इस घटना में घायल हुए हैं, उनके जल्द ठीक होने की दुआ करता हूं।