01 60 https://jaivardhannews.com/if-an-elevated-road-is-built-to-curb-accidents-in-desuri-ki-naal-then-you-will-get-salvation/

देसूरी की नाल की चौड़ाई देखकर ऐसा लगता है कि यह कोई गांव की सड़क गुजर रही हो। नाल की 10 किमी की सड़क ने पिछले 14 साल में सैकड़ों जाने ले ली हैं। कई बार सर्वे भी हुआ, लेकिन समाधान नहीं निकला। नाल की 10 किमी के संकरी राेड पर 14 साल में 48 हादसाें में 139 लाेग जान गंवा चुके हैं और 291 लाेग घायल हुए हैं। अब देसूरी की नाल में एलिवेटेड बने तो हादसों से मुक्ति मिल सकती है।

देसूरी घाट सेक्शन में हर साल करीब 20 से अधिक गाड़ियां संतुलन खाेकर पलट जाती हैं या फिर ब्रेक फेल हाेने से पंजाब माेड़ पर टकरा जाती हैं। देसूरी नाल नव निर्माण संघर्ष समिति ने पिछले 3 साल में हादसाें की संख्या पर नजर रखी ताे 68 गाड़ियां पलटी हाे चुकी हैं। पुलिस रिकाॅर्ड में दर्ज प्रकरणाें में मृतकाें की संख्या और घायलाें की संख्या दर्ज हैं। 2019 में हुए हादसे में भी 9 लोगों की जान जा चुकी हैं।

कमेटी ने अक्टूबर 2019 में भेजा प्रस्ताव

यातायात प्रबंधन समिति से गठित कमेटी ने एक अक्टूबर 2019 काे सर्वेकर RSRDC काे प्रस्ताव भेजा कि RSRDC ने 290 किमी का स्टेट हाईवे का निर्माण नहीं किया। इसमें 280 से 290 किमी के बीच 10 किमी तक देसूरी नाल घाट सेक्शन है। इसमें हाईवे का सुधार हाेना आवश्यक है। 10 किमी क्षेत्र में 12 माेड़ और 5 संकरी पुलिया काे चाैड़ा करना जरूरी हैं। वन विभाग की कच्ची दीवार मुख्य सड़क से 5 मीटर अंदर है, वहां तक मूल सड़क काे बढ़ाया जाना चाहिए। पुलिस चाैकी मानावताें का गुड़ा काे स्थायी की जाएं। घाट सेक्शन में माेबाइल कनेक्टिविटी के लिए माेबाइल टावर लगाना हाेगा।