राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने चर्चा करते हुए कहा कि DMFT का पैसा कहां पर खर्च हो रहा है इसकी हमें जानकारी उपलब्ध करवाए। दीया कुमारी ने बिना नाम लिए कहा कि कुछ विधायकों के क्षेत्र में डीएमएफटी फंड का पैसा ज्यादा खर्च किया जा रहा है, लेकिन बीजेपी विधायकों के क्षेत्र में कितना पैसा खर्च किया जा रहा है। इसकी जानकारी सांसद और भाजपा विधायकों के पास नहीं है। सांसद ने कहा कि डीएमएफटी का पैसा कहां खर्च हो रहा है, इसकी जानकारी हमें भी उपलब्ध कराएं। डीएमएफटी के लिए हमने जो प्रस्ताव दिए हैं, उन पर क्या कार्यवाही हुई। उनके टेंडर हुए या नहीं, इसकी जानकारी उपलब्ध करवाए।
सांसद के सवालों पर कलेक्टर ने कहा कि पहली बैठक वाले के प्रस्तावों के टेंडर हो गए है और दूसरी बैठक के टेंडर बाकी है। सांसद ने कहा कि इस वाली बैठक में तो हमारे काम लिए भी नहीं गए है। जिस पर कलेक्टर ने कहा कि दूसरी वाली बैठक एक ही एजेंडे पर थी। इस पर सांसद ने कलेक्टर पर भड़कते हुए कहा कि आप लोग आपके एक ही एजेंडे पर बात करते हैं। हम भी आप के पास अपने एजेंडे लेकर आएंगे।
सांसद ने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा डीएमएफटी का पैसा राजसमंद जिले में होता है। यह पैसा जिले की जनता का पैसा है, यह पैसा यहां के विकास कामों में खर्च होना चाहिए। कोराना के समय में जिले का पैसा प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के लिए खर्च हुआ, उसकी कोई बात नहीं। लेकिन जिले में कई स्कूलों में कमरों की हालत बहुत खराब है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्कूलों के हालत देखे। आंगनबाड़ी भवनों की हालत बहुत खराब है। राशन सामग्री आती है तो सड़ जाती है, क्योंकि स्टोरेज की व्यवस्थाएं नहीं है।
सांसद ने कहा कि कोई जनप्रतिनिधी मांग भी नहीं करता है, तो भी सभी स्कूलों के भवन का प्राथमिकता से लेकर काम करवाएं। कलेक्टर ने बताया कि स्कूलों में भवन पर 44 करोड़ के काम लिए हुए हैं। 1 हजार आंगनबाड़ी के लिए 7 करोड़ के काम लिए है। जिले की समस्त आंगनबाड़ी में वाटर कनेक्शन और वाटर टैंक बनवाए जा रहे हैं। इस पर सांसद ने कहा कि वो लिस्ट हमें भी दे। बता दें कि डिस्ट्रिक मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) का जिले के खनन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए खर्च किया जाता है। खनन क्षेत्र में सड़कें बनाना, स्कूल, पेयजल उपलब्ध करवाना आदि कार्यों के लिए खर्च किया जाता है। कलेक्टर, जिले के विधायक और जनप्रतिनिधियों द्वारा बैठक कर विकास कार्यों के प्रस्ताव दिए जाते हैं। इन प्रस्तावों पर चर्चा कर विकास कार्य करवाए जाते हैं। वर्तमान में जिले में 2 विधायक कांग्रेस और 2 विधायक भाजपा के हैं।