देवगढ़ रेलवे स्टेशन पर बनी 300 फीट लम्बे पुलिया में मादा तेंदुए सहित दाे शावकाे के साथ घुस गई। शनिवार शाम काे मादा तेंदुआ शनिवार शाम काे साढ़े छह बजे निकल गई। रविवार का पूरा दिन बीत जाने के बाद भी इन दाेनाे शावक बाहर नहीं निकले। साेमवार सुबह से फिर दाेनाे शावकाें काे रेस्क्यू शुरू किया। सुबह तीन घंटे रेस्क्यू करने के बाद भी शावक बाहर नहीं आए। वन विभाग की टीम ने देवगढ़ नगरवासियाें के सहयाेग से रेस्क्यू किया।
तीन साै मीटर लम्बी पुलिया में टाॅर्च, जाल आदि सुरक्षा के साथ प्रवेश किया। टीम ने पुलिया के अंदर शावकाें का आगे से आगे धकेलते गए। पुलिया के दूसरे छाेर पर वन विभाग की टीम जाल लगाकर तैयार खड़ी थी। दाेनाे शावक पुलिया से बाहर निकले। ऐसे में एक शावक तेजी से जंगल की ओर भाग गया। जबकि दूसरा शावक भी देवगढ़ रेलवे स्टेशन धर्मशाला में फसने से वन विभाग की टीम ने जाल डालकर उसकाे पकड़ा। पुलिया काफी गहरा हाेने से पुलिया के अंदर मृत जानवर की सड़ांध से कर्मचारी ज्यादा आगे नहीं जा सके। वन विभाग की टीम के साथ देवगढ़ नगर के चंद्रप्रकाश मेवाड़ा, लाेकेश लाैहार, मदन सिंह, संजय जीनगर, सुनील माली, मुराद माेहम्मद, बंशीलाल रेगर, आबकारी विभाग के सुरेंद्र यादव, सुनिल कुमार आदि ने शावकाें पुलिया से निकालने।