01 20 https://jaivardhannews.com/acb-arrested-two-officers-on-charges-of-corruption-in-appointment-and-salary-discrepancies-in-the-cooperative-department/

सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत पर एसीबी टीम ने मामले की पुष्टि कर जांच शुरू कर दी। एसीबी टीम ने विभाग के दो अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया।

सहकारी विभाग में नियुक्ति, वेतन विसंगतियों सहित विभिन्न मामलों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। ACB की टीम ने पहले बीकानेर के जयपुर रोड स्थित सहकारी विभाग के कार्यालय से पूर्व कर्मचारी को दबोचा और इसके बाद श्रीगंगानगर व चूरू में कुछ दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया। इन सबसे पूछताछ और इनके घर की सर्च देर रात तक चलती रही।

एसीबी को शिकायत मिली थी कि अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां कार्यालय बीकानेर में उच्च स्तर भ्रष्टाचार चल रहा है। खासकर अधीनस्थ कर्मचारयों की नियुक्तियों, वेतन विसंगतियों के निस्तारण व विभिन्न टेंडर में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उक्त सूचना के बाद ब्यूरो ने टेक्निकल रूप से इस शिकायत की पुष्टि की। पता चला कि शिकायत में दम है और कुछ दलाल बीकानेर स्थित कार्यालय में सक्रिय हैं। इस पर शुक्रवार को तीन टीम ने एक साथ कार्रवाई को अंजाम दिया। सबसे पहले बीकानेर में दलाल के रूप में काम करने वाले वली मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया। वली मोहम्मद इसी विभाग का रिटायर्ड कर्मचारी है और शुक्रवार को भी जयपुर रोड स्थित ऑफिस में था। बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया और पुलिस निरीक्षक दिलीप खत्री के नेतृत्व में टीम का गठन करके इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

ब्यूरो को शिकायत मिली थी कि सहकारिता विभाग बीकानेर में प्रबंध निदेशक केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड श्रीगंगानगर के प्रबंध निदेशक मंगतराम खन्ना उर्फ एमआर खन्ना, चूरू का उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नौरंगलाल बिश्नोई और बीकानेर का दलाल वली मोहम्मद गलत काम करके रिश्वत वसूल रहे हैं और आपस में लेनदेन भी कर रहे हैं।

एसीबी ने श्रीगंगानगर से एमआर खन्ना, चूरू से नौरंगलाल बिश्नोई और बीकानेर से वली मोहम्मद को गिरफ्तार करने के बाद इनके ऑफिस और घर पर कागजातों की छानबीन की। तीनों के घर पर देर रात तक एसीबी कार्रवाई कर रही थी। कल सुबह इनके बैंक खाते भी चैक होंगे। घरों पर मिले कागजातों से स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार हुआ है। अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन स्वयं इस मामले की निगरानी कर रहे हैं और घरों पर हो रही छानबीन की जानकारी ले रहे हैं।