Accident : ओवरब्रिज पर रविवार को ओवरटेक की कोशिश में तेज रफ्तार कार रुई के बंडल से भरे ट्रक से टकरा गई। इससे दोनों में आग लग गई। हादसे में कार सवार दो बच्चों सहित सात लोग जिंदा जल गए। मृतक उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी हैं और सालासर बालाजी के दर्शन कर वापस जा रहे थे। मौके पर पहुंचे अग्निशमन वाहनों ने आग बुझाई, लेकिन कार सवार लोगों को नहीं बचाया जा सका। पुलिस के अनुसार कार में गैस किट लगी थी, और संभवतः इस कारण कार ने जल्द आग पकड़ी और भयंकर रूप ले लिया। हादसा फतेहपुर (सीकर) कस्बे के ओवरब्रिज पर हुआ।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी मृतकों के शवों को स्थानीय उपजिला अस्पताल भिजवाया है। कार में मिले मोबाइल को चालू किया गया तो मृतकों की बेटी से बात हुई। बेटी ने ही सभी के मेरठ के निवासी होने की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार मृतक नीलम (55) पत्नी मुकेश गोयल व आशुतोष (35) पुत्र मुकेश गोयल मां-बेटे हैं। जबकि मंजू (58) पत्नी महेश बिंदल, हार्दिक ( 37 ) पुत्र महेश बिंदल, स्वाति (32) पत्नी हार्दिक बिंदल मां और बेटे-बहू हैं। वहीं सिदीक्षा (7) व रिदीक्षा (4) हार्दिक की बेटियां हैं। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है। परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए।
ट्रक में आग इतनी भयानक थी कि बुझाने में चार घंटे लग गए
पुलिस के अनुसार दुर्घटना करीब दोपहर ढाई बजे हुई। हादसे की सूचना पर फतेहपुर, रामगढ़ व लक्ष्मणगढ़ से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई। इन्होंने करीब आधे घंटे बाद कार में लगी आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन ट्रक में लगी आग बुझाने में शाम 5 बज गए। दरअसल, कार में गैस के कारण आग जल्दी लग गई, बाद में ट्रक में भरे धागों से इसने भयानक रूप ले लिया। इसी कारण बुझाने में बहुत समय लगा।
फोन से हुई शवों की शिनाख्त
फतेहपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 59 पर शुक्रवार रात सड़क हादसे में कार में आग लगने से 7 लोगों की जलकर मौत हो गई। हादसे में मारे गए लोगों की पहचान मोबाइल फोन से हुई। हादसे के बाद मौके पर मौजूद एक युवक ने बताया कि जब शवों को कार से बाहर निकाला जा रहा था, तब उन्हें एक जला हुआ मोबाइल मिला। उन्होंने उस जले हुए मोबाइल से सिम कार्ड निकालकर अपने फोन में लगाया। जैसे ही सिम लगाया गया, दिल्ली के आरके पुरम से एक महिला का कॉल आया। महिला ने बताया कि वह अपनी मां और भाई को फोन लगा रही थी जो सेंट्रो कार से सालासर बालाजी दर्शन कर लौट रहे थे। पुलिस ने मृतकों की पहचान की पुष्टि कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कार एक ट्रक से टकरा गई थी, जिसके बाद उसमें आग लग गई थी। पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है।
कार में सवार लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे
रामनिवास सैनी, जो घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं, उसने बताया कि वे दोपहर 2:30 बजे के आसपास अपनी पिकअप गाड़ी को पुलिया के पास सर्विस सेंटर पर ले जा रहे थे। तभी उन्होंने देखा कि एक कार ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश करते हुए उससे टकरा गई। टक्कर के बाद कार में आग लग गई और पीछे बैठे लोग मदद के लिए चिल्लाने लगे। सैनी ने तुरंत अपनी गाड़ी सड़क के किनारे खड़ी की और कार की ओर दौड़े। उन्होंने देखा कि आग तेज़ी से फैल रही थी और गाड़ी के पीछे लगी गैस किट की टंकी भी फटने वाली थी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।