राजसमंद जिले के साथ ही प्रदेश के शिवालयों में शनिवार को भगवान भोलेनाथ, गणेशजी और नंदी की प्रतिमाएं जल व दूध पीने की रही है। अब इसे लोगों की आस्था कहे या अंधविश्वास व चमत्कार अथवा कोई वैज्ञानिक घटना। प्रदेशभर के शिवालयों में शनिवार दोपहर बाद बड़ी तादाद में लोग दूध व जल लेकर पहुंचे और प्रतिमाओं को दूध व जल पिलाने की होड़ सी मच गई। लोगों का दावा है कि मूर्ति के सामने पानी या दूध रखने पर वो पी रहे हैं। इधर, विज्ञान विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी के दौरान पत्थरों में वैक्यूम पोर्च बन जाता है। इस वजह से पत्थर की प्रतिमाएं पानी सोखती है, जो गर्मी के दिनों में आम है।
बात अगर राजसमंद जिले की करें, तो यहां भी शनिवार दोपहर बाद शिवालयों में लोगों का हुजूम सा उमड़ गया। शिव, गणेश व नंदी की प्रतिमा के जल व दूध पीने की बात सुनते ही बड़ी तादाद लोग शिवालय पहुंचने लग गए। इस तरह चम्मच के जरिये प्रतिमाओं को दूध व पानी पिलाने के लिए लोगों की होड़ सी मच गई।
आप इन तस्वीरों में देख रहे हैं, किस तरह से भोलेनाथ की मूर्ति के मुंह पर चम्मच है और उसमें पानी डालते ही ऐसा लग रहा है, मानो भोलेनाथ जल पी रहे हो। ठीक ऐसी ही स्थिति नन्दी की भी है। नंदी के मुंह के पास भी पानी व दूध का चम्मच ले जाते ही वह मूर्ति में समा रहा है। यह तस्वीरें राजसमंंद शहर के राजनगर में दाणी चबुतरा, मालीवाड़ा, हुसैनी चौक स्थित बड़ा गणेशजी मंदिर में भी नंदी के दूध व जल पीने की बात सुनने में आई। इस तरह भोलेनाथ, गणेशजी व नंदी की प्रतिमा के पानी व दूध पीने की बात से चौतरफा कौतूहल सा मच गया।
चमत्कारिक कौतूहल न सिर्फ राजसमंद जिले में है, बल्कि चित्तौडग़ढ़ जिले के कपासन, छोटी सादड़ी सहित प्रदेशभर के कई जिलों से इस तरह की सूचना आ रही है, जहां बड़ी तादाद लोग शिवालयों पर पहुंच रहे हैं।