गांव की समस्या का लंबे समय से समाधान नहीं होने पर जिला कलक्टर ने सवाल क्या पूछ लिया, बीडीओ इतने उत्तेजित हो गए कि कलक्टर पर जूता फेंकते हुए मारपीट पर उतारू हो गए। भरी मीटिंग में सभी अधिकारी सन्न रह गए। बीडीओ ने किसी से नहीं डरने की बात कहते हुए बैठक से ही चलते बने। विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में कलक्टर के सवाल के बाद गहमागहमी, गाली गलोच, अभद्रता के बाद बात मारपीट तक पहुंच गई। कथित तौर पर कलक्टर ने पेपर वेट फेंका, तो बीडीओ ने जवाब में जूता ही कलक्टर पर फेंक दिया। यह घटना 9 फरवरी 2024 की सुबह 10 बजे उत्तरप्रदेश के आगरा जिला कलक्टर कार्यालय के सभागार में प्रशासनिक बैठक की है। इस घटना की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो न सिर्फ प्रशासनिक तंत्र की गिनौनी करतूत उजागर हो गई, बल्कि प्रशासनिक अफसरों के बेकाबू गुस्से को लेकर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं। फिलहाल सहायक विकास अधिकारी खंदौली पकंज कुमार की रिपोर्ट पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए बीडीओ को गिरफ्तार करने के प्रयास शुरू कर दिए।
जानकारी के अनुसार आगरा डीएम की अध्यक्षता में शुक्रवार सुबह 10 बजे सरकार की प्राथमिकता, विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक हो रही थी। तभी बैठक में सीडीओ प्रतिभा सिंह और सभी ब्लाक के बीडीओ और अन्य अधिकारी थे। बैठक शालीनता और शांतिपूर्ण ढंग से चल रही थी। इसी बीच डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने बरौली अहीर विकास खंड की समीक्षा करते हुए बीडीओ अनिरुद्ध प्रताप सिंह से पूछा कि नगला कली उजरई रोड पर पानी भरने की समस्या क्यों नहीं खत्म हो पा रही है। वहां तालाब बनाने के लिए किस तरह से खुदाई की जा रही है। क्षेत्रीय जनता परेशान है। इस पर बीडीओ आक्रोशित हो गए और बोले कि सारे काम मैं ही करूंगा क्या ? तेज बोलते हुए डीएम से अभद्रता करने लगे। बैठक में मौजूद खंदौली के सहायक विकास अधिकारी पंचायत पंकज कुमार ने थाना रकाबगंज में FIR दर्ज करवाई, जिसमें बीडीओ अनिरुद्ध प्रताप सिंह द्वारा डीएम के साथ हाथापाई के प्रयास का मामला बताया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, अकोला की बीडीओ सुष्मिता यादव, एत्मादपुर-खंदौली के बीडीओ अमित कुमार, बिचपुरी की बीडीओ नेहा सिंह, सहायक विकास अधिकारी पंचायत अकोला शैलेंद्र सिंह सोलंकी भी मौजूद थे।
पुलिस ने FIR दर्ज कर शुरू की बीडीओ की तलाश
डीसीपी सिटी सूरज राय ने मीडिया को बताया कि बीडीओ के खिलाफ धारा 323, 504, 506, 332 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही आरोपी बीडीओ की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। बीडीओ का मोबाइल फिलहाल बंद है, मगर पुलिस तलाश में जुटी है। दूसरी तरफ कलक्टर ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी सरकार तक पहुंचा दी है। सोशल मीडिया पर भी इस घटनाक्रम को लेकर काफी बहस छिड़ गई है, जिसमें लोगों द्वारा कई तरह के तर्क वितर्क किए जा रहे हैं। डीएम और बीडीओ के बर्ताव को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।
पहले हो चुकी है शिकायत, विवाद भी हुए
30 मार्च 2023 में परियोजना निदेशक ने शिकायत की कि ग्राम पंचायत चिरहौली, गढ़ी बच्ची बरहन और नवलपुर विकास खंड एत्मादपुर में मनरेगा एवं राज्य वित्त से कराए कार्यों के निरीक्षण में 1 लाख 76 हजार 971 रुपए का गबन पाया गया। तत्कालीन आयुक्त ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी ने उपायुक्त मनरेगा को 9 जून 2023 में पत्र लिख नाराजगी व्यक्त करते हुए भौतिक रिपोर्ट मांगी गई थी, लेकिन दो माह बाद भी कोई कार्रवाई से अवगत नहीं कराया गया। बताया गया कि बीडीओ अनिरुद्ध प्रताप सिंह चौहान पहले भी विवादित रहा है, जिनकी साल 2022 में जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक भीमजी उपाध्याय के साथ अभद्रता हो चुकी है, जिसकी भी सरकार स्तर से जांच हुई थी।