अवैध मादक पदार्थ का उत्पादन एवं तस्करी को लेकर सख्त कानून के साथ पुलिस भी अलर्ट है, मगर फिर भी राजसमंद जिले में न तो मादक पदार्थों का उत्पादन कम हो पा रहा है और न ही तस्करी पर पूर्ण अंकुश लग पा रहा है। हालांकि राजसमंद पुलिस की सख्ती के चलते अब तक कई बदमाशों को जेल की सलाखों की पीछे पहुंचा दिया है। हाल ही देवगढ़ थाना क्षेत्र के पुसालो का खेड़ा में अवैध अफीम की खेती पकड़कर पुलिस ने 868 किलो पौधे जब्त कर लिए थे। इसमें संलिप्त बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि खेत मालिक उसके पिता अब भी फरार है। इधर, अवैध अफीम की खेती करने में सहयोग करने वाले मजदूर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि 12 मार्च को मुखबिर की सूचना पर देवगढ़ थाने के एएसआई प्रतापसिंह ने मय पुलिस जाब्ते के दबिश देकर पुसालो का खेड़ा में अवैध अफीम की खेती पकड़ी। इस मामले में मौके से अफीम के 868 पौधे जब्त कर लिए थे और उसके कुछ दिन बाद आरोपी 40 वर्षीय पारस गुर्जर को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसने अवैध अफीम खेती करना कबूल कर लिया। फिर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने के आदेश हुए। इस पर आरोपी पारस गुर्जर को राजसमंद के जिला कारागृह में भेज दिया। इधर, इस प्रकरण की अग्रिम जांच कर रहे राजनगर थाना प्रभारी हनुवंतसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व पुलिस टीम द्वारा खेती में सहयोग करने वाले पुसालो का खेड़ा निवासी 60 वर्षीय रामलाल पुत्र हजारीलाल सालवी को गिरफ्तार कर लिया, जो 200 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी पर खेती का कार्य कर रहा था। आरोपी रामलाल सालवी को पता था कि अफीम की अवैध खेती हो रही है, लेकिन अवैध खेती की पुलिस को सूचना नहीं दी और आरोपी पारस गुर्जर के साथ अवैध अफीम की खेती करने में सहयोग किया। इस पर पुलिस ने अपराध प्रमाणित पाए जाने पर आरोपी रामलाल सालवी को गिरफ्तार कर लिया। जहां से अवैध अफीम खेती करते पकड़ा गया, वह खेत मुख्य आरोपी पारस गुर्जर के पिता छीतर गुर्जर के नाम पर दर्ज है, जो अभी फरार है। पुलिस द्वारा छीतर गुर्जर की तलाश की जा रही है, लेकिन फिलहाल उसके बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं लग पाया है। राजनगर थाना प्रभारी हनुवंतसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल किशोरसिंह, कांस्टेबल महेंद्रसिंह व विरेंद्र द्वारा यह कार्रवाई गई और अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।
पारस गुर्जर पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
अफीम की अवैध खेती में संलिप्त पारस गुर्जर के खिलाफ देवगढ़ थाने में पहले से मारपीट का एक मामला भी दर्ज है। बताया कि पारस गुर्जर पहले भी मारपीट के मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
छापामार कार्रवाई कर पकड़ी थी खेती
पुसालों का खेड़ा में 12 मार्च को मुखबिर की सूचना पर देवगढ़ थाने के एएसआई प्रतापसिंह के नेतृत्व में पुलिस ने छापा मारा। पुलिस ने पटवारी बिन्दु मीणा को भी मौके पर बुला लिया। फिर पुलिस द्वारा अनुसंधान बॉक्स, लेपटॉप, प्रिंटर, बैट्री, इलेक्ट्रोनिक कांटा, पैकिंग सामग्री के साथ पारस गुर्जर के खेत पर दबिश दी। पुलिस के पहुंचने पर उस वक्त खेत मालिक व मजदूर फरार हो गए। इस पर पुलिस ने मौके पर अफीम के पौधे के डोडेव फूल आ चुके थे, जो गेहूं व सरसों की फसल के बीच में बो रखे थे, जहां से पुलिस ने अफीम के पौधे उखाड़े और बाद में उसकी तुलाई की, तो 868 किलो अफीम के पौधे मिले थे। खेत की 10 क्यारियो में अफीम के पौधे बो रखे थे और खेती पारस गुर्जर द्वारा की जा रही थी। पुलिस जांच में अफीम खेती करने का न तो कोई लाइसेंस मिला और न ही पट्टा उनके पास था। इसलिए पुलिस द्वारा अफीम पौधे जब्त कर लिए थे और अब इस प्रकरण की अग्रम जांच राजनगर थाना प्रभारी हनुवंतसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में जारी है।