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Blackmail via video call : जनता की आवाज बनने वाले राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े देवगढ़ के एक नेताजी सेक्सटॉर्शन मामले में फंस गए। महिला ने वीडियो कॉल किया, तो एक बार नेताजी भी बहक गए, तो आरोपी महिला व कुछ अन्य युवकों ने मिलकर वीडियो कॉल से वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। फिर उस वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए सिलसिलेवार कॉल कर करीब 8 लाख रुपए ऐंठ लिए थे। साइबर थाना पुलिस ने वारदात के बाद फरार एक आरोपी को अब पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिससे घटना को लेकर गहन पूछताछ जारी है।
Rajsamand Police : पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि राजसमंद जिले के देवगढ़ क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति के साथ सेक्सटॉर्शन का मामला सामने आया है। 4 सितम्बर 2023 को पुलिस थाना साइबर थाना राजसमंद में रिपोर्ट दी। देवगढ़ में राजनीतिक पृष्ठभूमि के पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि उसके मोबाइल पर वाट्सएप वीडियो कॉल आया, जिसे उठाने पर एक अर्द्धनग्न महिला आपत्तिजनक स्थिति में थी और उसे उत्प्रेरित किया। इस पर एक बार पीड़ित नेताजी भी बहक गए, जिससे शातिर आरोपियों ने चिकनी चुपड़ी बातें करते हुए वीडियो बना लिया। इसके साथ ही आरोपियों ने कॉल कर ब्लैकमेल करने लगे और बोले कि अगर पैसे नहीं दिए तो अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे, जिससे तुम बदनाम हो जाओगे। इस पर घबराए पीड़ित नेताजी ने आनन फानन अलग अलग दौर में 7 लाख 74 हजार 980 रुपए ऐंठ लिए थे। इतने पैसे देने के बावजूद आरोपियों द्वारा लगातार व बार बार कॉल कर और रुपए की मांग की जा रही थी। इससे घबराए पीड़ित नेताजी ने साइबर थाने में रिपोर्ट दी। इस पर पुलिस ने 11/2023 प्रकरण दर्ज करते हुए अनुसंधान किया। एएसपी महेंद्र पारीक व साइबर थाना प्रभारी सुनील शर्मा के नेतृत्व में पुलिस द्वारा जांच की जा रही थी। पइस पर साइबर थाना की पुलिस ने भरतपुर के पास डीग उप कारागृह से जरिए प्रोडक्शन वारंट के कठोल, थाना पहाड़ी, जिला डीग (राजस्थान) निवासी मुस्ती उर्फ मुस्तफा (30) पुत्र युनुस उर्फ ईनस खां मेव को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपी पुलिस रिमांड पर है और ऑनलाइन ठगी को लेकर गहन पूछताछ जारी है।
Rajsamand news today : एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार
Rajsamand news today : देवगढ़ के नेताजी से सेक्सटॉर्शन मामले में साइबर थाना पुलिस की टीम मुख्य आरोपी कठोल, थाना पहाड़ी जिला डीग निवासी 18 वर्षीय रोबिन पुत्र हाजर खां मेव को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जिससे 4 लाख 81 हजार 500 रुपए बरामद कर लिए थे। इसके अलावा एक नाबालिग को भी डिटेन कर बाल सम्प्रेषण गृह देवथड़ी में प्रवेश दिलाया गया। आरोपी रोबिन से पूछताछ में बताए गए अन्य साथियों की तलाश जारी थी। इसी के तहत साइबर थाना पुलिस ने अब मुस्ती उर्फ मुस्तफा पुत्र युनुस उर्फ ईनस खां मेव को डीग उप कारागृह से गिरफ्तार किया।
Accused Arrest in sextortion case : गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ
आरोपी मुस्तफा को प्रोडक्शन वारंट के जरिए डीग उपकारागृह से लाया गया। फिलहाल, वह पुलिस रिमांड पर है, और उससे ऑनलाइन ठगी के अन्य मामलों को लेकर गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाता था। उनका मुख्य तरीका व्हाट्सएप कॉल और वीडियो चैट के जरिए लोगों को फंसाना था। गिरोह के सदस्य पहले शिकार को उकसाते, फिर आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल करते थे।
Alert Sextortion’s video : सेक्सटॉर्शन से बचने के उपाय
- अज्ञात कॉल से सतर्क रहें: किसी अज्ञात नंबर से आने वाले व्हाट्सएप वीडियो कॉल को न उठाएं। यदि कॉल उठाना जरूरी हो, तो सावधानी बरतें।
- गोपनीयता की सुरक्षा: अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स को मजबूत करें। अनजान लोगों को अपनी जानकारी साझा न करें।
- ब्लैकमेल का शिकार न बनें: यदि ऐसी कोई घटना होती है, तो घबराएं नहीं। तुरंत पुलिस से संपर्क करें और अपराधियों को पैसे न दें।
- साइबर सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें: एंटीवायरस और अन्य सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें। साथ ही, अपने मोबाइल और लैपटॉप को अपडेट रखें।
- ऑनलाइन व्यवहार में सतर्कता: किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत या संवेदनशील बातचीत करने से बचें।
- शिकायत दर्ज कराएं: यदि आप ब्लैकमेल या सेक्सटॉर्शन का शिकार होते हैं, तो बिना देर किए साइबर अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराएं।
- परिवार और मित्रों से बात करें: ऐसी घटनाओं में अकेले न रहें। अपने परिवार और दोस्तों से बात करें और उनकी मदद लें।
Cyber police Alert : सबक लें और सतर्क रहे
Cyber police Alert : देवगढ़ क्षेत्र का यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि ऑनलाइन ठग कितनी चालाकी और तकनीकी का इस्तेमाल कर लोगों को फंसा सकते हैं। हालांकि, राजसमंद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है, लेकिन यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि ऑनलाइन व्यवहार में सतर्कता बरतनी चाहिए। साइबर अपराधों से बचने के लिए व्यक्तिगत सतर्कता और तकनीकी ज्ञान आवश्यक है। पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों को चाहिए कि वे जागरूकता अभियानों के जरिए लोगों को शिक्षित करें, ताकि इस प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।