02 17 https://jaivardhannews.com/centers-new-scheme-to-provide-security-to-unorganized-workers-insurance-of-rs-2-lakh-will-be-available-on-e-shramik-card/

केंद्र सरकार की ओर से ई-श्रम पोर्टल पर इन सभी वर्गों के ई-श्रम कार्ड बनाए जाएंगे। खेत में काम करने वाले मजदूर का कार्ड बनेगा। कार्ड बनने के बाद श्रमिकों को दो लाख का बीमा सहित केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। जिला श्रम कल्याण अधिकारी ने बताया कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओर से हाल ही में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रम कार्ड योजना शुरू की है। पंजीयन के बाद कामगारों को यूनिक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर वाला ई-श्रम कार्ड जारी किया जाएगा।

असंगठित क्षेत्र के कामगार सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह डेटाबेस असंगठित कामगारों के लिए विशेष योजना बनाने में सरकार की मदद करेगा। ई-श्रम कार्ड के साथ श्रमिकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीम योजना का लाभ मिलेगा। इसके तहत दुर्घटना मृत्यु पर दो लाख रुपए और आंशिक दिव्यांगता पर एक लाख का लाभ मिलेगा।

रोजगार के अवसर प्रदान करने में भी मदद करेगा। पंजीयन के बाद कामगारों को यूनिक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर वाला ई-श्रम कार्ड जारी किया जाएगा। असंगठित क्षेत्र के कामगार सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह डेटाबेस असंगठित कामगारों के लिए विशेष योजना बनाने में सरकार की मदद करेगा। ई-श्रम कार्ड के साथ श्रमिकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ मिलेगा। इसके तहत दुर्घटना मृत्यु पर दो लाख रुपए और आंशिक दिव्यांगता पर एक लाख का लाभ मिलेगा।

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असंगठित श्रमिक ऐसे बना सकेंगे ई-श्रम कार्ड, ई-मित्र केंद्र पर होगा फ्री पंजीयन

असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूर सीएससी केंद्र व ई मित्र पर आधार कार्ड, बैंक खाता, मोबाइल नंबर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। 12 अंको का विशेष कोड दिया जाएगा। इससे श्रमिक की पहचान होगी। इसी कार्ड से श्रमिकों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। वहीं ई-श्रम कार्ड बनते ही दो लाख रुपए का बीमा शुरु हो जाएगा। श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन निशुल्क होगा।

ऐसे श्रमिक जिनकी आयु 16 से 59 के बीच है। इनमें घर का नौकर-नौकरानी, खाना बनाने वाली बाई, सफाईकर्मी कर्मचारी, गार्ड, कुली, रिक्शा चालक, वेंडरए वेटर, ऑपरेटर, ऑटो चालक, चालक, पंचर बनाने वाला, ब्यूटी पार्लर, नाई, मोची, दर्जी, बढ़ई, प्लंबर, बिजली वाला, पुताई वाला, पेंटर, वेल्डिंग वाला, खेत वाले मजदूर, मनरेगा मजदूर, पेपर का हॉकर, पुजारी व सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी आदि पात्र होंगे।