शराब के ठेकेदारों को सरकार की नई नीति रास नहीं आ रही है। पिछले दो साल से आबकारी विभाग को बार-बार ई-नीलामी करनी पड़ रही है लेकिन लोग बोली नहीं लगा रहे हैं। इस कारण से जिले में शराब की दुकानें नीलाम नहीं हो पा रही हैं आबकरी विभाग को दोबारा नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ करनी पड़ रही है। प्राइम लोकेशन की 83 शराब की दुकानें तो जिले में दो साल के लिए रिन्यूअल होकर नीलाम हो गई हैं, लेकिन जिन दुकानों से राजस्व कम मिलते हैं, उन दुकानों का रिन्यूवल नहीं हो पा रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी विवेकानंद शर्मा ने बताया कि जिले में 193 शराब की कंपोजिट देशी विदेशी शराब की दुकानें हैं, जिसमें से 83 शराब के ठेके प्राइम लोकेशन के हैं। इन प्राइम लोकेशन वाले ठेकों का तो मार्च अंतिम में 2022-23 और 2023-24 के लिए नवीनीकरण हो गया है, लेकिन अन्य 110 दुकानों के लिए 22 से 25 मार्च तक ई-नीलामी प्रक्रिया में से नीलाम किया। जिसमें मात्र 17 दुकानें ही ई-नीलामी के जरिए नीलाम हुई। इस कारण बाकी रही 93 शराब की दुकानों के रिन्यूवल के लिए 29 व 30 मार्च को आबकारी विभाग ने फिर से नीलामी की प्रक्रिया शुरु की है।