कहते हैं प्यार अंधा होता है और अंधा भी इतना कि जब उसे माता- पिता के प्रेम, स्नेह, लाड- दुलार नहीं दिखे। कुछ इसी तरह जब एक युवती अपने मां की ममता, पिता के प्रेम, भाई के स्नेह को ठुकराकर जब अपने प्रेमी के साथ रवाना हो गई, तो ये सारे अफसाने हकीकत में बदल गए।
परिजनों की मर्जी के खिलाफ जाकर एक बेटी ने शादी की तो परिजन इससे इतने आहत और गुस्सा हुए कि उन्होंने पीहर पक्ष की ओर से बेटी की शोक पत्रिका छपा दी। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब उसके माता पिता बेटी काे प्रेम विवाह नहीं करने के लिए समझाने गए तो बेटी ने उनको पहचानने से ही इनकार कर दिया। बेटी के इस कदम से पिता इतने आहत हुए कि उन्होंने अपनी बेटी प्रिया को उसी समय से मरा हुआ मान लिया और शोक पत्रिका छपवाकर समाज में बांट दी।
यह मामला राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मंगरोप थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव का है। रतनपुरा गांव के रहने वाले भैरूलाल लाठी (जाट) की बेटी प्रिया ने दांथल गांव के लड़के कमलेश जाट से प्रेम विवाह किया है। बताया जा रहा है कि जब प्रिया नाबालिग थी तब परिजनों ने उसका रिश्ता बचपन में ही उस लड़के से कर दिया था। दोनों परिवारों में विवाद के कारण कुछ महीने पहले ही लड़की के परिजनों ने वहां से रिश्ता तोड़कर कांदा गांव में दूसरे लड़के से कर दिया।
इतने कमजोर क्यों हो गए रिश्ते ?
पहले परिवार के सदस्यों में प्रेम, स्नेह, भाईचारा और अपनत्व का एक विशिष्ट माहौल था, जो अब दिनोंदिन घटता जा रहा है और पारिवारिक रिश्ते ही टूटते- बिखरते जा रहे हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में रतनपुरा गांव की यह ताजा घटना भी परिवार के दरकते रिश्तों का ताजा उदाहरण है, जिस पर हर एक व्यक्ति चिंतन, मनन व मंथन करने की जरूरत है। आखिर ऐसे हालात क्यों उत्पन्न हो रहे हैं। जिस तरह लाड प्यार से मां- बाप ने बड़ा किया, अपने सपनों को भूलाकर बेटी की हर एक ख्वाहिश को पूरा करने के प्रयास किए, आज उसी बेटी ने मां की ममता और पिता के लाड- दुलार का ऐसा शिला दिया कि मां- बाप और पूरा परिवार अब जिन्दगीभर इस सदमे से नहीं उभर पाएगा।
मां देती रही रिश्तें की दुहाई
थाने में जब युवती व उसके प्रेमी को लेकर पुलिस पहुंची और माता पिता को बताया कि उनकी बेटी अब बालिग है और दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया है। इस पर मां- बाप के पैरो तले जमीन खिसक गई और खास बात ताे यह है कि जब पुलिस ने बात करने के लिए कहा तो बेटी ने अपने पिता को पहचानने से ही इनकार कर दिया। मां ममता के खातिर रिश्ते की दुहाई दे रही थी, मगर कानून के आगे वे मजबूर थी। ऐसे में कुछ महीनों का युवक का प्यार ने भरे- पूरे व खुशहाल परिवार को तोड़ दिया। पिता की हालत मानो पत्थर सी हो गई।
घर से भागकर कर ली लव मैरिज
प्रिया की मां हेमलता ने हमीरगढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। प्रिया जाट 17 मई से घर से गायब थी। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच एक जून को प्रिया सदर थाने में दांथल निवासी कमलेश जाट के साथ पुलिस के पास पहुंच गई। प्रिया ने पुलिस को बताया कि वह 27 मई को 18 साल की हो गई। उसके बाद 1 जून को कमलेश जाट से आर्य समाज पद्धति से विवाह कर लिया है। अब वह कमलेश के साथ ही रहना चाहती है। थाने में प्रिया के माता-पिता भी पहुंचे, लेकिन उसने पहचानने से ही मना कर दिया। इसके बाद दोनों लड़के-लड़की चले गए और अभी एक साथ ही रह रहे हैं।
पिता तय कर लिया जिंदा बेटी का मृत्युभोज
बेटी के शादी करने से पिता इतने नाराज हो गए कि बेटी का जीते जी पीहर गौरणी (मृत्यु भोज) करना तय कर दिया और शोक पत्रिका भी छपवा दी। एक जून से लेकर 13 जून तक 12 दिन शोक के तय कर लिए और अब 13 जून को मृत्यु भोज कर रहे हैं। इस संबंध में भास्कर ने लड़की के परिजनों से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।