राजसमंद. महाराणा प्रताप की जन्म भूमि का जिला मुख्यालय होने के बावजूद राजसमंद शहर में महाराणा प्रताप की एक अच्छी और बड़ी प्रतिमा की कमी आज भी खलती है। लेकिन, नगर परिषद के प्रयासों से न सिर्फ यह कमी अब जल्द ही दूर हो जाएगी, बल्कि इसके साथ ही जिला मुख्यालय के इस शहर को एक नया और आकर्षक पर्यटन स्थल भी मिलेगा। नगर परिषद राजसमंद की ओर से इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर राजनगर में स्थित भवानी माता पहाड़ी को पर्यटन स्थल के रूप समें विकसित करने की योजना तैयार की गई है।
नगर परिषद सभापति अशोक टांक ने बताया कि महाराणा प्रताप की जन्म और कर्म स्थली कुंभलगढ़ व हल्दीघाटी राजसमंद जिले में होते हुए भी जिला मुख्यालय पर इस वीर योद्धा की एक अच्छी प्रतिमा तक नहीं है, जबकि प्रताप से ही हमारे जिले की पहचान है।
उन्होंने बताया कि इसको लेकर और शहर में एक नया व सर्व सुविधायुक्त आकर्षक पर्यटन स्थल विकसित करने के लिए राजनगर में हाइवे के किनारे पर स्थित पहाड़ी, जिस पर राजसमंद लिखा हुआ है, का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इस पहाड़ी पर सबसे ऊपर महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ आकर्षक प्रतिमा स्थापित करते हुए इसे उदयपुर के पर्यटन स्थल मोतीमगरी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। प्रतिमा के चारों ओर गार्डन विकसित किया जाएगा। इसके लिए इस पहाड़ी पर आकर्षक एवं सुविधायुक्त पहुंच मार्ग का निर्माण करवाया जाएगा। इसके साथ ही पहाड़ी के ऊपर और पूरे रास्ते एवं पठार पर कंटूर गार्डन (सीढ़ीनुमा) विकसित किया जाएगा। पर्यटन स्थल को रात में भी आकर्षक बनाए रखने के लिए पहुंच मार्ग से लेकर पूरे गार्डन एवं प्रतिमा स्थल तक आकर्षक लाइटिंग के साथ ही रोशनी के लिए एलईडी लाइटें लगवाई जाएगी। ऐसे में रात के समय में ये दूर से ही काफी आकर्षक दिखाई देगा। इसके लिए कुल प्रोजेक्ट 50 करोड़ रुपए का होगा, जिसके प्रथम चरण में दस करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। बताया कि वर्तमान में पहाड़ी पर पहुंचने का रास्ता पीछे से है, जिसके विकास के साथ ही राजमार्ग से सीधे पहुंचने के लिए एक नया रास्ता भी विकसित किया जाएगा।
यह होंगे आकर्षण के केन्द्र
पहाड़ी पर विकसित होने वाले पर्यटन स्थल पर महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा और गार्डन के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कैफेटेरिया, ऑपन जिम, योग व मेडिटेशन सेंटर, चिल्ड्रन प्लेइंग पार्क, लक्ष्मण झूला, आकर्षक फाउण्टेन एवं सेल्फी पॉइंट आदि का भी विकास किया जाएगा। इन्होंने बताया कि इसके लिए जल्द ही प्रस्ताव बनाकर कलक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
यह सुविधाएं भी कराई जाएंगी उपलब्ध
यहां पर पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए पर्याप्त सुविधायुक्त पार्किंग एरिया विकसित किया जाएगा। गार्डन के अतिरिक्त पर्यटकों के बैठने के लिए छायादार व आकर्षक बैठक स्थल भी बनाए जाएंगे। साथ ही शुद्ध पेयजल एवं सुलभ कॉम्पलेक्स एवं अन्य सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
दूसरे चरण में रोप-वे के लिए प्रयास
सभापति अशोक टांक ने बताया कि इन विकास कार्यों के तहत दूसरे चरण में भवानी माता व अन्नपूर्णा माता के पर्यटन व दर्शनीय स्थल को जोडऩे के लिए राजमार्ग के ऊपर से होते हुए रोप-वे के निर्माण की संभावनाएं तलाशने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि अगर यहां रोप-वे बनता है तो पर्यटक न सिर्फ एक पहाड़ी से दूसरी पहाड़ी के पर्यटन स्थल तक पहुंच सकेंगे, बल्कि उनके लिए राजसमंद रोप-वे के रूप में एक नया आकर्षण और बढ़ जाएगा।
विधानसभाध्यक्ष ने दिखाई रूची, मांगा पूरा ब्यौरा
सभापति टांक ने बताया कि भवानी माता पर पर्यटन स्थल विकसित करने और महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित करने के प्रोजेक्ट को लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से उनके हाल के नाथद्वारा दौरे के दौरान चर्चा की गई तो उन्होंने इसके लिए सकारात्म रुख अपनाते हुए इसे एक बेहतरीन योजना बताते हुए इसमें विशेष रूची दिखाई। साथ ही उन्होंने इसका पूरा प्रस्ताव बनाकर कलक्टर के माध्यम से भिजवान के निर्देश दिए। साथ ही आश्वस्त किया कि यह शहर के विकास के साथ ही सैर-सपाटे और पर्यटन की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि कई लोगों को रोजगार दिलाने की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है, जिसके चलते वे अपने स्तर पर इसमें पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए जितने भी बजट की जरूरत होगे उसके लिए वे अपने स्तर पर पूरा प्रयास करते हुए जल्द से जल्द स्वीकृति दिलवाएंगे।
जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने देखा मौका
भवानी माता पहाड़ी पर पर्यटन स्थल विकास को लेकर गुरुवार को सभापति अशोक टांक व आयुक्त जनार्दन शर्मा के साथ ही परिषद के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों, कार्मिकों ने पहाड़ी पर पहुंचकर मौका देखा। इस दौरान एक्सईएन शिशिरकांत वाष्र्णेय, एईएन नंदलाल सुथार, जेईएन गिरीश माली सहित पार्षद व कार्मिक उपस्थित थे।