02 10 https://jaivardhannews.com/diet-and-maintenance-expenses-of-this-horse-are-1-5-lakh-rupees-every-month-drinks-50-liters-of-milk/

एक घोड़ा जो 50 लीटर दूध पीता है इसका हर महीने डाइट और मेंटनेंस खर्च सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। जी हां इस घोड़े का हर महीने मेंटनेंस खर्च डेढ़ लाख रुपए होता है। दूध के साथ इसको और भी डाइट दी जाती है। श्रीगंगानगर में घोड़े के मेले में सबसे ज्यादा चर्चा हीरा की है। ये घोड़ा पदमपुर के इकबाल सिंह का है। घोड़े के मालिक 9 साल से इसकी देखरेख कर रहे हैं।

मालिक इकबाल सिंह का दावा है कि मेले में आए दूसरे घोड़े से इसकी ऊंचाई सबसे ज्यादा है। आमतौर पर घोड़े की ऊंचाई 160 सेंटीमीटर होती है, लेकिन इसकी ऊंचाई 170CM के करीब है। हीरा के रखरखाव का खर्चा सुनकर हर कोई चौंक जाएगा। इकबाल सिंह ने बताया कि हर महीने हीरा के खान-पान और अन्य जरूरी काम पर डेढ़ लाख रुपए का खर्च आता है। उसे घी पिलाया जाता है, यही नहीं वह एक बार में 50 लीटर दूध पी जाता है। हालांकि उसे हफ्ते में दो बार ही दूध पिलाया जाता है।

इकबाल सिंह बताते हैं कि यह मारवाड़ी नस्ल का घोड़ा है। इसके पैर मजबूत हैं। दो पांव सफेद है। डाइट में चना, जौ, दूध, मूंगफली का नीरा दिया जाता है। गर्मी में सरसों और सर्दी में तिल का तेल देते हैं। जिससे इसका डाइजेशन अच्छा रहता है। आंत चिकनी रहती है और घोड़े की स्किन पर चमक आती है।

इस घोड़े के मालिक इकबाल सिंह की कॉटन फैक्ट्री है। इसके साथ खेती का भी काम है। इस घोड़े के अब तक दो सौ से ज्यादा बच्चे हो चुके हैं। इसकी ब्रीड बहुत अच्छी होने के कारण इसकी मांग है। बच्चे भी ज्यादा हाइट वाले हैं। इकबाल बताते हैं कि वे घोड़े के शौकीन हैं। नौ साल पहले उन्होंने हीरा को पाला था। साढ़े तीन साल की उम्र से उसकी डाइट का ध्यान रखा जा रहा है। सात साल की उम्र तक उसे रोजाना 50 लीटर दूध पीलाया जाता था। इसके बाद अभी उसे सप्ताह में दो बार 50-50 लीटर दूध पीलाते हैं। उन्होंने बताया कि इसकी कद-काठी देखकर राजस्थान और यूपी के घोड़ों के शौकीन इसके लिए ढाई करोड़ रुपए का ऑफर कर चुके हैं।

इसी मेले में सवा करोड़ रुपए का घोड़ा राज दिलावर भी आया है। इस घोड़े के मालिक लालराजसिंह बताते हैं कि उनका घोड़ा रत्नाकर ब्लर लाइन ब्रीड का है। उन्होंने इसकी कीमत सवा करोड़ रुपए तय की है। 70 लाख रुपए का ऑफर तो मिल गया है। सवा करोड़ मिलेंगे तो बेच भी देंगे। श्रीगंगानगर के गांव श्रीनगर के रहने वाले लालराजसिंह बताते हैं कि इस घोड़े के तीस से 35 बच्चे हो चुके हैं। ये सभी 7 से 8 लाख रुपए तक की कीमत में बिके हैं। उन्होंने बताया कि घाेड़े को चना, जौ और घी देते हैं। घोड़े के कान जुड़े हों, गर्दन लंबी और ताकतवर बॉडी हो तो उसकी डिमांड रहती है।

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  • Laxman Singh Rathor in jaivardhan News

    लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Laxman Singh Rathor

लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com