10वीं कक्षा में पढ़ने वाले के किशोर ने पिता से नया मोबाइल दिलाने की जिद की। दो दिन से जिद कर रहे किशोर ने कीड़े मारने की चॉक खा गया। इसकी भनक परिजनों को लगने पर उसे तुरंत अस्पताल ले गए। रुपए का इंतजमा नहीं होने से पिता ने मोबाइल नहीं दिलाया। किशोर पिछले दो तीन दिनों से स्क्रीन टच मोबाइल लाने की जिद कर रहा था।
यह मामाले राजस्थान के श्रीगंगानगर का है। क्षेत्र े 81 एलएनपी में मंगलवार को नया मोबाइल दिलाने की जिद में दसवीं कक्षा के एक स्टूडेंट ने कीड़े मारने की चॉक निगल ली। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे गांव निरवाणा के सीएचसी में भर्ती करवाया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। हालांकि किशोर के पिता उसे मोबाइल दिलाने पर राजी थे। सोमवार को मोबाइल दिलाने के लिए बाजार लेकर भी गए, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर पिता रुपए का इंतजाम नहीं कर पाए और इसी दौरान बेटे ने कीड़े मारने की चॉक खा गया। खास बात यह है कि किशोर के आधा चॉक निगलते ही परिजनों को इसकी जानकारी मिल गई और वे उसे लेकर निरवाणा की सीएचसी पहुंच गए। वहां किशोर का इलाज किया जा रहा है।
किशोर के पिता करते हैं खेती
किशोर के पिता खेती करते हैं। परिजनों ने बताया कि किशोर पिछले कई दिन से मोबाइल लेने के लिए जिद कर रहा था। उसका कहना था कि उसे करीब दस हजार रुपए कीमत का टच स्क्रीन फोन चाहिए। बेटे की जिद को देखते हुए पिता ने किसी तरह से रुपए का इंतजाम करने की कोशिश की। पिता की जमीन इतनी कम है कि उससे पर्याप्त आय नहीं हो पाती। ऐसे में पिता सोमवार को बेटे को मोबाइल फोन दिलाने के लिए बाजार गए। वहां किसी से रुपए का इंतजाम करने की कोशिश की लेकिन इतनी बड़ी राशि का इंतजाम नहीं हो पाया और पिता-पुत्र लौट आए।
बेटा था नाराज
परिजनों ने बताया कि किशोर पिछले दो तीन दिन से मोबाइल नहीं दिलाने से नाराज था। इस कारण वह स्कूल भी नहीं गया। उसकी नाराजगी को देखते हुए पिता उसे लेकर बाजार गए भी लेकिन रुपए का इंतजाम नहीं होने से लौट आए। किशोर के परिजनों ने बताया कि अब उस पर जहर का असर कम हो रहा है। सीएचसी प्रभारी डॉ. दयाराम मीणा ने बताया की किशोर बालक ने जहरीली चॉक खाने पर परिजन उसे समय पर अस्पताल ले आए। किशोर की हालत स्थिर बनी हुई है। किशोर के परिजनों ने उसके कीड़े मारने वाला जहरीला चॉक निगल लेने की जानकारी दी है।