राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर बेकाबू डंपर ने स्कुटी सवार एक युवक को कुचल दिया। टायर तले दबकर 25 फीट तक घसीटने के बाद शव मिट्टी में मिल गया, जबकि 200 फीट तक स्कूटी को घसीटकर डंपर रूका। हाइवे लहूलुहान हो गया और क्षत विक्षत शव देखकर हर कोई हैरान रह गया। मौके के जिसने भी विभत्स हालात देखे, उसकी आंखें भर आई और मुंह से आह निकल गया।
यह भयानक हादसा राजसमंद जिले में भीम थाना क्षेत्र में हाइवे आठ पर बरार के पास आमली कटाई में हुआ। दुर्घटना अल सुबह सात बजे की है, जिसमें बावड़ी की गुआर निवासी टीलसिंह रावत 32 वर्ष पुत्र घीसारात पास ही शिव मंदिर में पूजा कर वापस घर जा रहा था। गोमती से ब्यावर तक फोरलेन निर्माण का कार्य चल रहा है और फोरलेन के बीच कट में टीलसिंह ने स्कुटी रोकी, तभी भीम से कामलीघाट की तरफ गिट्टी से भरा डम्पर बेकाबू हो गया और उसे चपेट में ले लिया। डम्पर ने स्कुटी समेत टीलसिंह को टायर तले रौंद दिया और तेज धमाके के साथ शव बुरी तरह से क्षत विक्षत हो गया। दुर्घटना के बाद भीम थाने से पुलिस मौके पर पहुंच गई और मौका मुआयना करने के बाद शव को भीम अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया। कुशलपुरा के गोविंदसिंह रावत ने बताया कि बावड़ी की गुआर निवासी टीलसिंह रावत (32) पुत्र घीसासिंह की मौत हो गई।
शॉल में लपेटकर ले गए शव
सड़क हादसे में टीलसिंह की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। डंपर का टायर चलने से टीलसिंह का सिर बुरी तरह पिचक गया और मिट्टी में मिल गया। बाद में पुलिस व ग्रामीणों ने शॉल मंगवाकर शव को उसमें रखा और शॉल में लपेटकर ही शव भीम अस्पताल पहुंचाया गया।
60 हजार रुपए मुआवजा देने की चर्चा
गोमती से ब्यावर तक नेशनल हाइवे पर फोरलेन का कार्य चल रहा है। हाइवे निर्माण आरके बंसल कंपनी के ही डंपर से युवक को चपेट में ले लिया। जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। युवक की मौत के बाद मौके पर पहुंचे बड़ी संख्या में लोगों ने हाइवे कंपनी से दो से चार लाख रुपए मुआवजा दिलाने की मांग चल रही थी। युवक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर अड़ गए। ग्रामीणों ने हाइवे कंपनी द्वारा जब तक मुआवजा नहीं देंगे तब तक लाश का पोस्टमार्टम नहीं करने पर अड़ गए। इस तरह करीब 60 हजार रुपए फोरलेन निर्माण आरके बंसल कंपनी से दिलाने की चर्चा है। हालांकि इसको लेकर पुलिस व प्रशासन द्वारा कोई पुष्टि नहीं की गई है। उपखंड अधकारी भीम ने प्रशासन द्वारा सरकार से नियमानुसार उचित मुआवजा दिलाने का भी आश्वासन दिया, तब ग्रामीण शांत हुए।
अब पत्नी व बच्चे हो गए बेसहारा
टीलसिंह की मौत होने से उसकी पत्नी व चार बच्चे बेसहारा हो गए। उसके सबसे बड़ी बेटी 9 साल की मधु है, जबकि 7 वर्षीय सुषमिता, 5 वर्षीय रींकू और 3 वर्षीय पुत्र इन्द्रपाल है, जिनके घर गुजारे पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है।