राजस्थान में अगर तीसरी लहर आती है तो अब विद्यार्थी प्रमोट नहीं होंगे। शिक्षा विभाग ने इसमें बदलाव किया है। अब स्टूडेंट कर हर महीने टेस्ट होगा और वो भी लिखित में होगा। इन्हीं अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।
प्रदेश में तीसरी लहर आई और स्कूल बंद हुए तो भी इस सत्र से विद्यार्थी बिना प्रमोट नहीं होंगे। विद्यार्थियों को हर महीने लिखित टेस्ट देना होगा। इसी के आधार पर प्रमोट होंगे। राजस्थान बोर्ड के सरकारी स्कूलों में 1-12वीं तक के करीब 85 लाख छात्राें का पहला टेस्ट गुरुवार से होगा। निजी स्कूलों को परीक्षा के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने कहा- घर पर अभिभावकों की भी जिम्मेदारी रहेगी कि बच्चे सही तरीके से परीक्षा दें। परीक्षा के दौरान किए रफ कार्य भी विद्यार्थी जमा कराएंगे। 9-12वीं तक के छात्रों की परीक्षा स्कूल में होगी। पहली से आठवीं की परीक्षा घर पर ही होगी।
सरकारी में 9 सितंबर से प्रथम टेस्ट। उत्तर पुस्तिका 13 तक जमा करानी होगी। निजी में प्रथम परख 30 सितंबर तक।
विभाग लिंक भेजेगा। अब तक उपलब्ध ई-कंटेंट ही सिलेबस। जिन विषयों का ई-कंटेंट नहीं भेजा, उसका टेस्ट अभी नहीं।
1 से 10 के लिए सभी विषयों का एक पेपर। 11वीं-12वीं में हिन्दी-अंग्रेजी अनिवार्य विषयों का पेपर एक साथ और वैकल्पिक विषयों अलग होगा। हर विषय में 20 प्रश्न होंगे। हर प्रश्न 1 नंबर का होगा।