राजसमंद में प्रभु श्री द्वारकाधीश मंदिर तक सुगम मार्ग के लिए एलिवेटेड रोड बनेगा। यह रोड सेवाली से मंदिर तक बनेगा। इसके लिए अधिकारियों ने नए मार्ग की संभावनाए तलाश रूट मैप तैयार किया। राज्य सरकार ने रूडिप के प्रथम व द्वितीय फेज के लिए 30 करोड़ रुपए व डीपीआर के लिए 21 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं।
डीपीआर बनाने राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर की फर्म मैसर्स इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी सर्विसेज को काम दिया है। गुुरुवार को ईसीएससी के कंपनी आर्किटेक्ट ने नगर परिषद के सभापति, आयुक्त, एक्सईएन, एईएन व जेईएन के साथ सेवाली से नए मार्ग की संभावनाएं तलाशी। बताया कि नगर परिषद सभापति अशोक टांक, आयुक्त जनार्दन शर्मा व एक्सईएन शिशिरकांत ने सेवाली से नौ चौकी पाल के पास पहाड़ी से सर्किट हाउस को मिलाते हुए रोड बनने की संभावना तलाशी।
इसका रोड मैप भी बनाया। पूर्व में सेवाली से मौजूदा रोड से ही मार्ग निकालने की योजना थी। पहले से ही पूरे शहर का दबाव कांकरोली-राजनगर रोड पर ज्यादा है। ऐसे में अगर नई रोड को भी इसी रोड से मिलने पर वाहनों का दबाव ज्यादा बढ़ेगा। ऐसे में वैकल्पिक मार्ग के तौर सेवाली से नौ चौकी पाल तक जहां से गेवर माता मंदिर की पहाड़ी को काटकर नया रोड बनाकर आगे सर्किट हाउस वाली रोड से मिलाने का रास्ता देखा। पूरे मार्ग पर आर्किटेक्ट व नगर परिषद के सभापति व अधिकारी ने रूट मैप बनाया। रूट के आधार पर गेवर माता मंदिर के पास वाली पहाड़ी को काटकर नया मार्ग बनाया जाएगा। जो सीधा सर्किट हाउस से मिलाया जाएगा। जहां अखाड़ा के पास पार्किंग स्थल व मंदिर तक मार्ग बनाने की योजना है।
हाईवे से नौ चौकी तक भी मार्ग चौड़ा होगा
राजनगर नेशनल हाईवे से सेवाली-नौ चौकी मार्ग से सीधा रोड द्वारिकाधीश मंदिर निकालने की योजना है। ऐसे हाईवे से नौ चौकी पाल तक सेवाली मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। मार्ग के एक तरफ राजगढ़ की पहाड़ी है तो दूसरी तरफ राजसमंद झील का साैंदर्य। रुट मैप के दौरान सभापति अशोक टांक, आयुक्त जनार्दन शर्मा, एक्सईएन शिशिरकांत, ग्वालियर ईसीएस कम्पनी के आर्किटेक अखिलेश पालिया, एईएन शंकरलाल चंगेरीवाल, जेईएन नरेश सैनी, पार्षद हेमंत रजक, दीपक खत्री, प्रमोद बड़ारिया मौजूद थे।