नाथद्वारा में दो युव फर्जी डॉक्टर (Fake Doctor) बनकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। एक व्यक्ति ईलाज करवाने अस्पताल गया तो दोनों युवकों ने अपने आप को डॉक्टर (Doctor) बताते हुए सही ईलाज करने का वाता किया। लेकिन पीड़ित व्यक्ति के तकलीफ ज्यादा हुई वह सरकारी अस्पताल पहुंचा जहां पता चला कि वहां का ईलाज गलत है। इसके बाद पुलिस में शिकातय करने पर दो युवकों को गिरफ्तार किया।
राजसमंद जिले नाथद्वारा में फर्जी डाॅक्टर बनकर लाेगाें का इलाज कर रहे दाे युवकाें काे गिरफ्तार किया। शहर के माॅडल बस स्टैंड के पीछे श्रीजी डेंटल क्लिनिक पर दाे युवक फर्जी डाॅक्टर बनकर इलाज कर रहे थे। सूचना पर पुलिस पहुंची और आराेपियाें काे गिरफ्तार किया। थानाधिकारी पूरणमल राजपुेराहित ने बताया कि एसपी सुधीर चाैधरी के निर्देशन में सूचना पर टीम काे लेकर माैके पर पहुंचे।
जहां आराेपी सुमित सेन और हीरालाल डांगी से दस्तावेज मांगे ताे वे काेई दस्तावेज पेश नहीं कर पाए। इसके बाद वहीं माैजूद एक मरीज ने पुलिस काे रिपाेर्ट दी। इसमें बताया कि वह तीन दिन पहले दांताें के इलाज के लिए अस्पताल आया था।
इस पर उसने इलाज के बारे में पूछा ताे दाेनाें आराेपियाें ने खुद काे डाॅक्टर बताते हुए एक दम सही इलाज करने का वादा किया। इस पर इलाज करवा दिया। लेकिन दूसरे दिन दर्द हाेने पर सरकारी अस्पताल गया ताे वहां डाॅक्टर ने गलत इलाज की बात बताई। इस पर मुझे लगा कि मेरे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हुआ है। इसके बाद नाथद्वारा राजकीय चिकित्सालय के अधीक्षक काे सूचना दी। सूचना पर डाॅक्टर महिराम बिश्नाेई आए और दाेनाें से डिग्री के बारे में पूछताछ ताे वैध दस्तावेज नहीं मिले। इस पर दाेनाें पर पुलिस ने धारा 419, 420 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की। वहीं क्लिनिक में रखी दवाइयां भी जब्त की गई।