Vivek Dhakar : मांडलगढ़ के पूर्व विधायक विवेक धाकड़ की मौत के बाद उनके परिवार में आपसी विवाद सामने आ रहा है। गुरुवार को विवेक के पिता कन्हैयालाल और बहन दीपशिक्षा जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन दिया। इस दौरान धाकड़ के पिता पूर्व जिला प्रमुख कन्हैयालाल धाकड़ बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और विरोध प्रदर्शन किया।
सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट की तरफ जुलूस निकालते हुए पहुंचे। पुलिस ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी थी। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट को घेर लिया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। उसके बाद लोगों ने कलक्ट्री के बाहर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मृत पूर्व विधायक विवेक धाकड़ के पिता, बहन एसपी और कलेक्टर से मिले। धाकड़ की बहन दीपशिखा ने बताया कि वे एक महीने पहले अपने भाई की पत्नी पद्मिनी और उसके सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की। यह मुलाकात उस समय हुई जब धाकड़ परिवार न्याय की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा था।
यह लड़ाई अब परिवार की नहीं समाज की है
मृत पूर्व विधायक विवेक धाकड़ की बहन दीपशिखा ने आज उनके पिता कन्हैयालाल पर लगे आरोपों पर सफाई दी। उनकी पोती अवनी ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आरोप लगाया था कि उनके दादा ने उनकी मां और उन्हें घर से निकाल दिया था। दीपशिखा ने कहा, “कोई भी दादा अपने परिवार को घर से नहीं निकालता। सच तो यह है कि पद्मिनी और उनकी बहनों ने मेरे पिता और मेरे साथ बदतमीजी की थी। उन्होंने ही झगड़ा शुरू किया और हमें घर से निकाल दिया।” उन्होंने पद्मिनी पर अपनी बेटी अवनी का इस्तेमाल कर झूठा आरोप लगाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पद्मिनी ने मेरी भतीजी अवनी को हथियार बनाया और सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर मेरे पिता को बदनाम किया। यह बहुत ही दुखद है।” दीपशिखा ने यह भी कहा कि उनके भाई विवेक धाकड़ की मृत्यु के बाद यह अब केवल परिवार की लड़ाई नहीं रही है। “यह समाज की लड़ाई बन गई है। अगर यह घर की लड़ाई होती तो यह घर में ही रहती। लेकिन पद्मिनी ने इसे सड़क पर ले आकर सबको शर्मिंदा किया है।” उन्होंने बताया कि पद्मिनी ने उनके पिता और धाकड़ समाज का अपमान किया है। “उन्होंने कहा था कि धाकड़ समाज की कोई औकात नहीं है और मेरे पिता का कोई मान-सम्मान नहीं है। वे मेरे भाई की मृत्यु के लिए मेरे पिता को दोष दे रही हैं।” इस बीच, कन्हैयालाल धाकड़ कलेक्ट्रेट पहुंचे और पूरे मामले का पर्दाफाश करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अपराधियों (पद्मिनी और उनके सहयोगियों) को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उनका मानना है कि इससे समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
न्याय की लड़ाई लड़ेंगें
कन्हैयालाल, जिनके बेटे विवेक धाकड़ की 4 अप्रैल को हत्या कर दी गई थी, वे न्याय के लिए डटे हुए हैं। उनका कहना है कि उनके बेटे ने हमेशा न्याय की लड़ाई लड़ी और अब वे भी अपने बेटे के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। कन्हैयालाल को न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और उनका मानना है कि उनके बेटे को न्याय मिलेगा। उन्होंने 25 अप्रैल को एसपी राजन दुष्यंत को लिखित शिकायत दी थी और 5 मई को मांडलगढ़ थाने में भी शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन, अभी तक इस मामले में कोई खुलासा नहीं हुआ है। इससे नाराज धाकड़ समाज ने गुरुवार को जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
धाकड़ परिवार द्वारा लिखे गए ज्ञापन का सारांश
आरोप:
- विवेक धाकड़ को उनकी पत्नी पद्मिनी द्वारा मानसिक और अन्य प्रकार से प्रताड़ित किया गया, जिसके कारण उन्हें आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा।
- पद्मिनी और उनके परिवार ने धाकड़ परिवार और अन्य रिश्तेदारों के सामाजिक रीति-रिवाजों और पारिवारिक रस्मों का उल्लंघन किया।
- पद्मिनी और उनके सहयोगियों ने स्वर्गीय विवेक धाकड़ और उनके परिवार की समाज में प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया।
मांग:
- पद्मिनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें सजा दी जाए।
- पद्मिनी और उनके परिवार को धाकड़ परिवार और अन्य रिश्तेदारों के सामाजिक रीति-रिवाजों और पारिवारिक रस्मों का पालन करने का निर्देश दिया जाए।
- पद्मिनी और उनके सहयोगियों को स्वर्गीय विवेक धाकड़ और उनके परिवार की प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति करने का आदेश दिया जाए।