पति व पत्नी के बीच की अनबन ने पूरे परिवार को नकारात्मक सोच से भर दिया। पिता द्वारा बार बार मां को प्रताड़ित करने से आहत बेटी ने अपनी मां व छोटे भाई की मदद से पिता को मौत के घाट उतार दिया। यह खौफनाक घटना है राजस्थान के अलवर जिले की, जहां पर पिता की हरकतों से परेशान बेटी ने ही हत्या की साजिश रची, जिसमें उसने अपने ही छोटे नाबालिग भाई को शामिल कर लिया और उसके वारदात को अंजाम दिया। जिसने भी इस वारदात के बारे में देखा व सुना, हर कोई हैरान रह गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वारदात का पर्दाफाश करते हुए पिता की हत्या के आरोप में उसकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि नाबालिग बेटे को निरुद्ध किया है।
पुलिस के अनुसार 12 दिसंबर को अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के गुगड़ोद गांव के जंगल में 6 दिन पुरानी 40 वर्षीय व्यक्ति की लाश मिलने के बाद सनसनी फैल गई थी। बाद में पुलिस ने शव बरामद कर अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया और परिवार के सदस्यों को भी पुलिस द्वारा सूचना दी गई। प्रथम दृष्टया पुलिस का शक परिवार के सदस्यों पर ही गया और उनसे ही सख्ती से पूछताछ की गई, तो वारदात का खुलासा हो गया कि उसकी हत्या उसकी पत्नी, बेटी, नाबालिग बेटे ने मिलकर की थी। बताया कि घटना 6 दिसंबर की है। 40 वर्षीय पिता को झांसा देकर उसी की पत्नी (38), बेटी (19), बेटा (16) और भतीजा (28) साथ मिलकर मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के गुगड़ोद गांव से सटे जंगल में ले गए, जहां पर उनकी बेटी और नाबालिग बेटे ने अपनी मां के सामने पिता का गला दबाया। इसके बाद तलहटी में शव को फेंका व उसके ऊपर पत्थर डाल दिए। 9 दिसंबर को मृतक की पत्नी ने राजगढ़ पुलिस थाने में पति के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। 12 दिसंबर को पुलिस को गुगड़ोद में शव पड़े होने की सूचना मिली। इसके बाद 13 दिसंबर को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
पिता के टॉर्चर से परेशान थी पत्नी, बेटे व बेटी
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि मृतक से उसकी पत्नी, बेटी व बेटे सब परेशान थे। इसीलिए पिता की हत्या करने का षड़यंत्र रचा गया था। 19 साल की बेटी ने 16 साल के नाबालिग भाई के साथ मिलकर गला दबाकर पिता की हत्या कर दी। बताया कि 7 साल से वह प्रताड़ित कर रहा था। वह पत्नी की जब पिटाई शुरू करता था तो यहां तक नहीं देखता था कि वह शरीर के किस हिस्से पर वार कर रहा है। वह इस कदर हैवानियत की हदें पार कर चुका था कि अपनी बेटियों पर बुरी नजर डालने लगा था। इसी के चलते पत्नी ने तीन बेटियों को अपने से दूर कर दिया।
महिला को नहीं सुहाग उजड़ने का अफसोस, बेटे- बेटी भी खुश
मालाखेड़ा थाना SHO मुकेश कुमार ने बताया- आरोपियों को इस गुनाह का कोई अफसोस नहीं है। जब बेटी से पूछताछ की तो वह पहले ही बोल गई कि उसे पिता को मारने का दुख नहीं है। क्योंकि, उसने मां को इतना टॉर्चर किया कि वह बता नहीं सकती। बेटी ने पुलिस को बताया- उसके पिता मजदूरी करते थे। सात साल पहले तक सब कुछ सही चल रहा था। इसके बाद वह हैवानियत की सारी हदें पार करने लगा। मां की हर बात पर पिटाई होती थी। बेटी ने आगे बताया- पिता मां को इतना टॉर्चर करता था कि हम लोग देख नहीं पाते थे। पिता केवल उसकी मां को दर्द देता था। इसके लिए कई बार उनके प्राइवेट पार्ट पर भी वार किए। इस दौरान हालत यह हो जाती थी कि मां दर्द से कराहती रहती थी और पिता को फर्क तक नहीं पड़ता था।
बेटियां बोली- शराब के नशे में पिता की रहती थी उन पर बुरी नजर
पुलिस पूछताछ में बेटी ने बताया कि उसकी दो और बहनें हैं। पिता शराब के नशे में कई बार हम तीनों बहनों पर भी बुरी नजर रखने लगा था। मां टोकती तो पिटाई शुरू कर देता। इसी वजह से मां ने हम तीनों को अपने से दूर कर दिया। बेटी ने बताया कि तीन साल पहले मुझे अलवर भेज दिया। एक बहन को पढ़ने के लिए मालाखेड़ा भेजा और एक को मामा के यहां भेज दिया। नाबालिग भाई मां-बाप के पास ही रह रहा था। वह कॉलेज में पढ़ता है।
बेटी बोली- दादाजी के हाथ-पैर तोड़ दिए, खेत गिरवी रख कराया इलाज
पुलिस पूछताछ में बेटी ने बताया कि पिता ने हमारे दादा को भी नहीं छोड़ा था। चार साल पहले हमारे सामने दादा के हाथ-पांव तोड़ दिए थे। उनके इलाज के लिए एक बीघा जमीन को गिरवी रखना पड़ा। बेटी ने बताया- वह कुछ दिनों पहले ही घर आई थी। मां की हालत देखी तो उससे रहा नहीं गया। मां ने बताया कि पिता ने एक बार फिर प्राइवेट पार्ट पर इतना बुरी तरह से वार किया कि खून निकलने लगा। इधर, बेटी का चचेरा भाई परिवार की स्थिति के बारे में जानता था। ऐसे में बेटी ने नाबालिग भाई, मां और चचेरे भाई के साथ मिलकर अपने पिता को मारने का प्लान बनाया। पुलिस ने बताया कि पिटाई की वजह से 6 दिसंबर को पत्नी के प्राइवेट पार्ट में खून आने लगा था। इस पर बेटी ने पिता को अलवर के जिला हॉस्पिटल ले जाने को कहा। पत्नी अपने पति के साथ बस से अलवर आ गई। सभी ने मिलकर पहले से पिता को मारने का प्लान बना रखा था।
वारदात को अंजाम देने में भतीजे ने भी दिया साथ
बेटी और भतीजा दोपहर करीब 12 बजे बाइक से अलवर पहुंचे। इधर, पिता घटना से पहले नजर का चश्मा बनाने का बहाना बनाकर शराब पीकर दोबारा हॉस्पिटल आया। डॉक्टर को दिखाने के बाद पति-पत्नी बस में सवार हुए और लक्ष्मणगढ़ रोड पर उतर गए। यहां से चारों एक ही बाइक पर बैठ गुगड़ोद के जंगल पहुंच गए। नाबालिग बेटा पहले ही बाइक से घटना स्थल पर पहुंच गया था। चचेरा भाई तीनों को उतार दूर खड़ा हो गया। इसके बाद नाबालिग बेटे और बेटी ने मिलकर पिता का गला दबाया। तलहटी में शव को फेंका और ऊपर से पत्थर डाल दिए। इसके बाद चारों उसी शाम बाइक से घर आ गए।