फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गैँंग का मुखिया मास्टर माइंड 10वीं फेल है। आरोपियों को गिरफ्तार करने बाद न्यायालय में पेश किया। जहां से 6 दिन के रिमांड पर भेज दिया।
राजसमंद जिले के राजनगर थाना क्षेत्र के मार्बल व्यापारी से फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन धाेखाधड़ी करने के आराेप में 10वीं फेल मास्टर माइंड गैंग का मुखिया सहित 4 आराेपियाें काे गिरफ्तार कर बुधवार काे न्यायालय में पेश किया। जहां से 6 दिन के रिमांड पर भेजा। आराेपियाें ने पिछले 6 माह में 5 राज्याें में करीब तीन दर्जन वारदात कर कराेड़ाें रुपए की ऑनलाइन ठगी की। दाे आराेपियाें के निकाले बैंक स्टेंटमेंट में तीन कराेड़ रुपए का लेन-देन सामने आया है।
डीएसपी राजसमंद बैनीप्रसाद मीणा ने बताया कि रॉयल हेरिटेज, थाना रांदेर सूरत, गुजरात निवासी गिरोह का मास्टर माइंड 10वीं फेल रेहान 19 पुत्र अब्दुलशमद भगाड़ मुसलमान, अनारकर्मा, थाना सुजपुरा जिला रोहतास बिहार हाल कड़ाेदरा जीआईडीसी जिला सूरत गुजरात निवासी ट्रांसपोर्ट पर नौकरी अमीष 28 पुत्र प्रमोद दूबे, रंगअवधूत सोसायटी विभाग 2, रामनगर थाना रॉदेर, सूरत गुजरात निवासी मोहम्मद जेद 23 पुत्र मोहम्मद शोएब मुसलमान व रॉयल ऑरचिट, ए 1205, थाना रॉदेर जिला सूरत गुजरात निवासी मदनी 20 पुत्र इजाज कलुदी मुसलमान काे फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर धाेखाधड़ी करने के आराेप में गिरफ्तार किया। चाराें आराेपियाें काे साइबर टीम व डीएसटी टीम के सहयाेग से डिटेन कर राजसमंद लाया गया। जहां पूछताछ करने पर राकेश लड्ढा के साथ फोरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी करना कबूला। गिरोह ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मुंबई व अन्य राज्यों के कई लोगों से ठगी की है।
मुख्य आरोपी दूसरों को काम पर कमीशन देने के की बात कह रखता
मास्टर माइंड रेहान गुगल प्ले स्टोर पर आईटीसी ट्रेड नाम की फर्जी एप्लीकेशन तैयार करता। इसमें फाॅरेक्स ट्रेडिंग की मार्केटिंग उतार चढ़ाव को दर्शाता है, जो स्वयं रिहान के हाथ में रहता। कब कितना शाे करना है व स्वयं करता हैं। उसके बाद अपने दोस्तों के परिचित जो पैसों की तंगी से जुझ रहे हो उनको टारगेट बनाता और उनके बैंक खाते खुलवाकर चैकबुक, एटीएम, ऑनलाइन बैंकिंग के लॉग इन आईडी पासवर्ड ले लेता था। इसके बदले उन्हें कुछ राशि दे देता। गिरोह के दूसरे सदस्यों को कमीशन के आधार पर अपनी टीम में शामिल करता। गिरोह का सदस्य जैद बैलिम को रेहान लोगों के माेबाइल नंबर व नाम की सूची उपलब्ध करवाता, इसके बाद जैद बैलिम टारगेट किए लोगों को फाॅरेक्स ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देकर मुनाफे का लुभावना ऑफर देकर जाल में फंसाता हैं। इसके बाद जैसे ही पैसा खाते में आता, तुरंत बाद रेहान उन खातों से पैसा अन्य बैंक में ट्रांसफर कर देता। रेहान गिरोह का तीसरा सदस्य मदनी काे उन बैंक खातों के एटीएम कार्ड देकर रखता है, जो पैसा खातों में आते ही विड्राल कर लेता हैं।
डीएसटी प्रभारी एसआई मुंशी मोहम्मद, साइबर सेल प्रभारी एएसआई पवनसिंह, हैड कांस्टेबल शंभुप्रतापसिंह, कांस्टेबल इंद्रचंद चोयल, शिवदर्शन, रामकरण, मदनसिंह, राजनगर थानाधिकारी प्रवीणसिंह, एएसआई बहादुरसिंह, ओमप्रकाश, हैड कांस्टेबल सलीम, हरीसिंह, कांस्टेबल धन्नाराम, विश्वेंद्र शामिल थे।