Fuel surcharge : जिलेभर के 3.50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को आगामी बिजली बिलों में एक बार फिर फ्यूल सरचार्ज का झटका लगेगा। जिले में औसत करीब 10 करोड़ यूनिट प्रतिमाह खर्च होता है। जिसमें बिजली उपभोक्ताओं को जुलाई माह में आने वाले जून के बिल में बढ़ा हुआ फ्यूल सरचार्ज प्रति माह 20 लाख रुपए वसूले जाएंगे तो तीन माह का एक साथ करीब 60 लाख रुपए आएगा। राजस्थान विद्युत नियामक आयोग (आरईआरसी) के निर्णय के बाद अजमेर डिस्कॉम ने भी 4 जून को 2 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज बढ़ाकर 54 पैसे प्रति यूनिट बेस फ्यूल सरचार्ज वसूलने का आदेश जारी किया हैं। ये फ्यूल चार्ज 2023 के अप्रैल, मई व जून महीने के बिल में आई यूनिट के आधार पर लिया जाएगा।
Electricity Bill : पिछले साल 52 पैसे प्रति यूनिट से वसूला सरचार्ज
Electricity Bill : गत साल 52 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज वसूला गया था। हालांकि जिले में 25 हजार कृषि उपभोक्ता फ्यूल सरचार्ज से मुक्त रहेंगे। दरअसल, राजसमंद जिले में कुल 3 लाख 50 हजार 856 बिजली उपभोक्ता हैं। वहीं जिले में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या दो लाख 52 हजार 136 हैं। वहीं अघरेलू यानी व्यवसायिक श्रेणी के कनेक्शनों की संख्या एक लाख 20 हजार हैं। सूत्रों की मानें तो आगे की तिमाहियों में फ्यूल सरचार्ज की राशि में और बढ़ोतरी हो सकती हैं। फ्यूल सरचार्ज एडजस्टमेंट पिछले साल की सभी चार तिमाहियों के दौरान उपभोक्ताओं के मासिक बिलों के प्रोविजन पर लगाए एफएसए के वास्तविक भारित औसत के आधार पर लगाया जाएगा।
ये भी पढ़ें : Attack on driver : ऑटो ड्राइवर पर जानलेवा हमला करने वाले तीनों आरोपी गिरफ्तार
AVVNL : पहले तीन माह का एक बार वसूला जाता था फ्यूल चार्ज
AVVNL : विभागीय जानकारी के अनुसार पहले फ्यूल सरचार्ज साल में तीन महीने का एक बार में वसूला जाता था। अब ये हर माह वसूलना तय सा हो गया। जैसे 2023 में पुरानी दर से हर बिल में 52 पैसे सरचार्ज लिया हैं। अब ये दो पैसे प्रति यूनिट बढ़ गया हैं। जून में तो तीन महीने का एक साथ बढ़ा हुआ चार्ज लिया जाएगा। इसके बाद ये हर बिल में प्रति यूनिट 54 पैसे लिया जाएगा। हालांकि इसमें घटत बढ़त बिजली कंपनियां करती रहती है। बता दें कि आईआरसी वेरिएबल कास्ट के रूप में बिजली टेरिफ निर्धारित करता है। इसमें कोयला, डीजल व परिवहन के खर्चे से तय होती रहती है। जिसकी वसूली उपभोक्ताओं से करने के निर्देश दिए गए हैं।
Electricity Bill News : अब हर तीन माह बदला जाता है फ्यूज सरचार्ज
Electricity Bill News : आरईआरसी हर साल बिजली खरीद सहित अन्य खर्च की गणना के बाद बिजली की टैरिफ तय करता हैं। इसमें आयोग फिक्स कॉस्ट के साथ ही वेरिएबल कॉस्ट के रूप में बिजली टैरिफ निर्धारित करता हैं। वेरिएबल कॉस्ट कोयला, डीजल व परिवहन के खर्च से तय होती रहती हैं, जिसकी वसूली उपभोक्ताओं से करने के निर्देश हैं। इसकी शुरुआत 2009 से की गई थी। इस फ्यूल सरचार्ज को हर तीन महीने में बदला जाता है, लेकिन अब बिजली वितरण कंपनियां महंगी दरों पर खरीदी बिजली का अंतर भी फ्यूल सरचार्ज के रूप में वसूल रही हैं।
What is Fuel Surcharge : क्यों लगता है फ्यूज सरचार्ज
What is Fuel Surcharge : बिजली कंपनियां आम आदमी के बजाए बड़ी बड़ी औद्योगिक कंपनियों से बिजली बनाने का चार्ज वसूलती हैं। जिसे फ्यूल सरचार्ज कहते हैं। हर चार पांच साल में इसमें दो तीन पैसे की बढ़ोतरी की जाती है। जिससे लोगों पर ज्यादा भार भी नहीं पड़ता है और बिजली राजस्व में वृद्धि भी हो जाती हैं। खेती बाड़ी और सब्सिडी वाले कनेक्शन इससे मुक्त रहते हैं। बिजली कंपनियों ने अगस्त 2023 से 52 पैसे प्रति यूनिट बेस फ्यूल सरचार्ज वसूला जा रहा था। इन दिनों बिजली संकट की वजह से अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एवीवीएनएल) यानी डिस्कॉम प्रशासन सरचार्ज बढ़ाया हैं।
इनका क्या कहना है
फ्यूल सरचार्ज बढ़ाना सरकार व कंपनियों के लेवल का मामला होता हैं। हर बार कुछ पैसे बढ़ाए जाते हैं। हर बार खेती बाड़ी और सब्सिडी वाले कनेक्शन को इससे मुक्त रखा गया है।
एमएल शर्मा, एसई, बिजली विभाग राजसमंद