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Girl Fell Into Borewell : राजस्थान के कोटपूतली में 3 साल की बच्ची चेतना के बोरवेल में गिरने की घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। कीरतपुरा के बड़ियाली की ढाणी में सोमवार दोपहर चेतना खेलते हुए 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। अब तक 20 घंटे से अधिक समय से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे चेतना अपनी बड़ी बहन काव्या के साथ खेल रही थी। खेलते-खेलते चेतना का पैर फिसल गया, और वह बोरवेल में जा गिरी। घटना के समय बोरवेल खाली था और उसे भरवाने की तैयारी हो रही थी। बच्ची के गिरते ही काव्या ने चिल्लाकर घरवालों को बुलाया। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

Borewell Accident : 20 घंटे से अधिक समय से जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन

Borewell Accident : एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रातभर से चेतना को निकालने के लिए जुटी हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए देसी जुगाड़ और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

  1. पहला प्रयास: सोमवार रात 1 बजे रिंग रॉड और अंब्रेला तकनीक का इस्तेमाल किया गया। लेकिन बच्ची के कपड़ों में रिंग फंसने के कारण यह प्रयास असफल रहा।
  2. दूसरा प्रयास: मंगलवार सुबह 9:30 बजे देसी जुगाड़ का इस्तेमाल कर ऑपरेशन फिर शुरू किया गया। एल-बैंड का उपयोग करके बच्ची को धीरे-धीरे ऊपर खींचने का प्रयास किया गया।
  3. वर्तमान स्थिति: बच्ची को लगभग 15 फीट ऊपर खींच लिया गया है। लेकिन ऑपरेशन रोककर अब नई रणनीति अपनाई जा रही है। मिट्टी और पत्थरों के कारण ऑपरेशन में बार-बार बाधाएं आ रही हैं।

Borewell Rescue Operation : बच्ची की स्थिति

Borewell Rescue Operation : चेतना लगभग 154-155 फीट की गहराई पर फंसी हुई है। उसे लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि बच्ची के नीचे गीली मिट्टी और दलदल है, जिससे ऑपरेशन धीमा हो गया है। लाइव फुटेज की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। बच्ची के दादा दयाराम चौधरी ने बताया कि प्रशासन ने परिवार से सहमति मांगी है कि रेस्क्यू के दौरान अगर बच्ची को चोट पहुंचे तो वे कोई आरोप नहीं लगाएंगे। दयाराम ने कहा कि वे किसी भी तरह से चेतना को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सहमत हैं। बोरवेल के भीतर जगह बेहद कम है, जिससे रेस्क्यू टीम को दिक्कतें हो रही हैं। बोरवेल में 150 फीट तक मिट्टी है, जबकि नीचे पत्थरों की परत है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने अब तक कई बार असफल प्रयास किए हैं, लेकिन उनकी कोशिशें जारी हैं।

Borewell Accident in Rajasthan : घटनास्थल पर स्थिति

Borewell Accident in Rajasthan : घटनास्थल पर प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर भीड़ को दूर रखा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा पुलिस और चिकित्सा विभाग की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं।

  • एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 40 से अधिक जवान ऑपरेशन में शामिल हैं।
  • पुलिस विभाग से एसपी, एएसपी और डीएसपी समेत 40 अधिकारी व कर्मचारी मौजूद हैं।
  • चिकित्सा विभाग की टीम में पीडियाट्रिशियन, एनेस्थेटिस्ट और नर्सिंग स्टाफ शामिल है।

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Child into Borewell Accident : देसी जुगाड़ और एक्सपर्ट की मदद

Child into Borewell Accident : रात में प्रशासन ने दौसा जिले के बांदीकुई से बोरवेल रेस्क्यू के एक्सपर्ट जगराम को बुलाया। उन्होंने राजस्थान के कई अन्य स्थानों पर इसी तरह के ऑपरेशनों में सफलता हासिल की है। टीम ने एनडीआरएफ के साथ मिलकर चेतना को बाहर निकालने के प्रयास तेज किए हैं। एसडीआरएफ के एसआई रवि कुमार ने बताया कि बच्ची को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस के पास पर्याप्त संसाधन हैं, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा है।

हादसे से सबक

यह हादसा एक बार फिर बोरवेल की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है। प्रशासन और ग्रामीणों को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह के हादसे भविष्य में न हों। बोरवेल को खुला छोड़ना एक गंभीर लापरवाही है, जिसके कारण मासूम की जान खतरे में पड़ी है।

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  • Parmeshwar Singh Chundawat

    परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Parmeshwar Singh Chundawat

परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com